जयपुर: राजस्थान की 7 विधानसभा सीटों पर आगामी दिनों में विधानसभा उपचुनाव होने हैं। उप चुनाव की तैयारियों को लेकर भाजपा और कांग्रेस दोनों ही प्रमुख दलों ने पूरी तैयारी कर ली है। पार्टी के वरिष्ठ नेता उपचुनाव वाले क्षेत्रों का दौरा कर चुके हैं। हालांकि अभी तक चुनाव की तिथि का ऐलान नहीं हुआ है। लिहाजा दोनों ही दल अपनी अपनी रणनीति बनाकर जीत के समीकरण बनाने में जुटी है। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रभारी राधा मोहन दास अग्रवाल इन दिनों राजस्थान दौरे पर हैं। शुक्रवार 27 सितंबर को उन्होंने भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में पार्टी पदाधिकारियों की बैठक ली। बैठक में उप चुनाव की रणनीति को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। हमें तो सिर्फ पाना ही पाना है, खोना तो कुछ है नहींपार्टी मुख्यालय में हुई बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए बीजेपी के प्रदेश प्रभारी राधा मोहन दास अग्रवाल ने कहा कि उप चुनाव में हमें तो सिर्फ पाना ही पाना है। हम पूरी मेहनत कर रहे हैं और बहुत कुछ पाकर रहेंगे। हमारे पास खोने को कुछ नहीं है। जिन सात सीटों पर उपचुनाव होने हैं, उन 7 में से भाजपा के पास केवल एक सीट थी। बाकी सीटें कांग्रेस, बीटीपी और आरएलपी के पास थी। उन्होंने कहा कि हमने राजस्थान में एक बेहतर सरकार बनाई है। प्रदेश की भजनलाल सरकार ने बीते 9 महीने में ऐतिहासिक काम किए हैं। उस काम की बदौलत जनता पूरा समर्थन दे रही है। उप चुनाव के परिणाम में सबको पता चल जाएगा हमने कैसा काम किया है। कांग्रेस और अन्य दलों को चुनौतीजिन 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं। उन 7 में से केवल 1 सीट सलूंबर बीजेपी के पास थी। शेष 6 सीटों में से 4 सीटें दौसा, झुंझुनूं, देवली उनियारा और रामगढ़ कांग्रेस के पास, 1 सीट चौरासी बीटीपी के पास और 1 सीट खींवसर आरएलपी के पास थी। भाजपा के प्रदेश प्रभारी ने कहा सलूंबर सीट तो हम जीत ही रहे हैं। साथ ही बाकी 6 सीट जिन दलों के पास थी। उन्हें मैं चुनौती देता हूं कि वे अपनी अपनी सीट बचाने के अभियान में लग जाएं।
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राजस्थान उपचुनाव: बीजेपी के पास हारने को कुछ नहीं, प्रभारी बोले- हमें तो सिर्फ पाना ही पाना है
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