ऐसे में ब्रूक्स जो हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में मैनेजिंग हैप्पीनेस के कोर्स के इंस्ट्रक्टर भी हैं, ने अल्टीमेट हैप्पीनेस डाइट के तत्वों की पहचान की है। उन्होंने पाया कि खाने का आनंद लेना ज्यादा इस बात पर निर्भर करता है कि हम कैसे खाते हैं, न कि हम क्या खाते हैं।
एशिया में हुई 8 साल की स्टडी के अनुसार (Ref), दूसरों के साथ मिलकर खाना खाना यादगार लम्हें बनाना खुशी में वृद्धि से जुड़े हैं। इसकी तुलना में अकेले खाना इमोशनली हेल्दी नहीं है।
साथ खाने के फायदे
हार्वर्ड टी.एच. चान स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के प्रोफेसर डॉ. फ्रैंक बी. हू ने सीएनबीसी को बताया कि खाना और सोशल कनेक्शन नेचुरल हैं। साथ में हेल्दी खाना खाने से न केवल हमारे शरीर को पोषण मिलता है, बल्कि हमारी आत्मा भी पोषित होती है।(फोटो- Freepik)
खुशी के लिए सबके साथ मिलकर खाएं
ब्रूक्स का मानना है कि खुश रहने के लिए कोई स्पेशल डाइट नहीं हो सकता है। यदि आप खुश रहना चाहते हैं, तो रोज अपने परिवार, दोस्तों के साथ खुशी से मिलकर खाना खाना शुरू करें। इससे आप एक अलग संतुष्टि महसूस करेंगे जो आपको कभी अकेले खाने से नहीं मिलेगी।
क्योंकि भोजन सिर्फ शरीर के लिए नहीं, बल्कि खुशी और संबंधों के लिए भी है। सही तरीके से खाने और दूसरों के साथ जुड़ने से न केवल हमारी सेहत सुधरती है, बल्कि हमारी खुशी में भी इजाफा होता है।(फोटो- Freepik)
खाने में वेराइटी जोड़ें
खाने में वैरायटी का होना जरूरी है। जब आप अपनो के साथ हेल्दी डाइट यानी की प्रोटीन, हेल्दी फैट्स और कम कार्ब्स वाले फूड्स खाते हैं, तो इसका असर आपकी सेहत पर जल्दी असर करता है।(फोटो- Freepik)
डाइट में न शामिल करें ये चीज
अपने और अपनों की सेहत को बरकरार रखने के लिए जरूरी है कि डाइट में रिफाइंड मिठाई और जंक फूड्स को शामिल न करें। साथ ही शराब के सेवन से बचें या बहुत ही सीमित मात्रा में पिएं।(फोटो- Freepik)
क्रैश डाइट ना करें और हेल्दी खाएं
कोई व्यक्ति मन से तभी खुश रह सकता है जब उसे कोई शारीरिक दुख-दर्द न हो। इसमें डाइट का अहम रोल है। हेल्दी डाइट से कई मोटापा समेत कई तरह की बीमारियों से बचा जा सकता है। ऐसे में खुद को फिट रखने के लिए किसी क्रैश डाइट में भूखा रहने के बजाय रोज एक निश्चित समय पर आराम से बैठ कर घर पर बना खाना खाएं। साथ ही एक्सरसाइज करें।
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