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झारखंड चुनावः झरिया में 5 दशक से एक ही परिवार का कब्जा, जयराम की पार्टी JLKM किला को ध्वस्त करने में होगी सफल

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धनबाद: जैसे-जैसे मतदान की तारीख नजदीक आते जा रही है। सभी पार्टी के प्रत्याशी अपनी पूरी ताकत चुनाव प्रचार में झोंक दी हैं। सभी प्रत्याशी अब डोर टू डोर जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं। धनबाद जिले के छह विधानसभा सीटों पर झरिया इस समय हॉट केक बना हुआ है। सभी की नजर में अब झरिया सीट के चुनाव पर है। इस सीट पर अब त्रिकोणीय मुकाबला हो गया है। माना जा रहा है की जयराम महतो के प्रत्याशी रुस्तम अंसारी झरिया में सिंह मेंशन के 50 साल के राजनीतिक किला को ध्वस्त कर सकते हैं। 50 साल से सिंह मेंशन के परिवार के कब्जे में रहा है झरियालंबे समय से धनबाद की झरिया विधानसभा सीट पर बाहुबली सूर्यदेव सिंह का वर्चस्व रहा है। 1970 के बाद से हुए सभी विधान सभा चुनाव में एक बार को छोड़कर हर बार सूर्यदेव सिंह का परिवार इस सीट पर कब्जा जमाए हुए है। सूर्यदेव सिंह का परिवार के एक गुट बीजेपी के समर्थक हैं तो सूर्यदेव के दूसरे भाई बच्चा सिंह का परिवार कांग्रेस समर्थक रहा है। सूर्यदेव सिंह की पत्नी और पुत्र विधायक बने, अब बहू मैदान मेंसूर्यदेव सिंह के बाद झरिया की विधायक उनकी पत्नी कुंती देवी बनी फिर कुंती देवी के बाद झरिया का विधायक संजीव सिंह बने। फिलहाल संजीव सिंह नीरज सिंह की हत्या के आरोप में जेल में बंद हैं। 2029 के चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर नीरज सिंह की पत्नी पूर्णिमा सिंह यहां के विधायक बनी थीं। जबकि बीजेपी की टिकट से संजीव की पत्नी रागिनी सिंह यहां से चुनाव लड़ी वह दूसरे नंबर पर रही। देवरानी और जेठानी के लिए चुनौती बने रुस्तक अंसारी2024 के चुनाव में भी इन्हीं दोनों देवरानी और जेठानी के बीच मुकाबला है। लेकिन इस चुनाव में पहली बार जयराम महतो के प्रत्याशी रुस्तम अंसारी काफी मजबूती से चुनाव मैदान में उतर गए हैं। माना जा रहा है कि इस चुनाव में जयराम महतो की पार्टी सिंह मेंशन के इस राजनीतिक किला को ध्वस्त कर सकता है। यह पहला मौका है जब सिंह मेंशन के इस अभेद किले को ध्वस्त करने के लिए एक मजबूत पार्टी इनके बीच है। जयराम महतो की पार्टी को कई इलाकों में मिल रहा समर्थनरुस्तम अंसारी को झरिया के आसपास के लोकल ग्रामीणों का बड़ा सहियोग मिल रहा है। झरिया के भौरा, जहाजताड़, जामाडोबा, बरारी, बगड़िगी, साउथ और नॉर्थ तीसरा समेत कई इलाके हैं जहां कई गांव में यहां के लोकल निवासी है। जिसका साथ उन्हें मिल रहा है। जबकि झरिया की लगभग 22 प्रतिशत मुस्लिम वोट भी इनके साथ है। ऐसे में माना जा रहा है कि मुस्लिम और लोकल ग्रामीणों का साथ अगर जयराम महतो की पार्टी को मिल जाता है। तो झरिया में सिंह मेंशन का अभेद किला ध्वस्त कर जयराम महतो फतेह का झंडा गाड़ सकते हैं। डिगवाडीह के जयराम महतो ने सभा कर बदल दी तस्वीरझारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) के पार्टी अध्यक्ष जयराम महतो ने 11 नवंबर सोमवार को झरिया के डिगवाडीह सर्कस मैदान में एक विशाल जनसभा कर झरिया विधानसभा चुनाव की तस्वीर बदल दी। जयराम महतो अपने झरिया प्रत्याशी रुस्तम अंसारी के पक्ष में जनसभा कर कांग्रेस और भाजपा पर कटाक्ष किया। साथ ही झरिया के (जेएलकेएम रुस्तम अंसारी को वोट करने की लोगों से अपील की। जयराम ने कहा कि 24 वर्षों से झारखंडियों के सम्मान को कुचला जा रहा है। यहां के लोग जमीन देकर चंद पैसों पर नौकरी करते हैं। जबकि उन्हें मालिकाना हक मिलना चाहिए। हमारा मकसद झरिया वासियों का विकास करना है। उन्होंने रुस्तम अंसारी को वोट देने की अपील की। कहा झरिया से माफिया को उजाड़ने के लिए समय आ गया है। जयराम महतो ने कहा कि झारखंड का निर्माण सैकड़ों शहीदों के बलिदान और संघर्ष से हुआ है। उन्होंने कहाँ कि कोई व्यक्ति उतर प्रदेश से आता है और देखते ही देखते करोड़ों का मालिक बन जाता है। यह सब कैसे हुआ यह सभी को सोचने की जरुरत है। जयराम महतो की इस सभा के बाद रुस्तम अंसारी को इस सीट पर काफी बल मिला है। ’पेयजल और विस्थापन हर बार रहता है बड़ा मुद्दा लंबे समय से झरिया वासियों के लिए पेयजल एक बड़ी समस्या रही है। यहां चारो तरफ कोयले की खान और इस कोयले की खान में लगी आग की वजह से यहां के भूगर्व का जलस्तर काफी नीचे है। जिस वजह से यहां पानी की घोर किल्लत रहती है। हर बार चुनाव के समय सभी पार्टी का यह एक बड़ा मुद्दा भी रहता है। सभी दल के प्रत्याशी पानी दिलाने के नाम पर ही चुनाव में वोट मांगते हैं। फिर चुनाव जीत जाने के बाद सब भूल जाते। है। फिर समस्या ज्यों का त्यों बना रहता है। दूसरा सबसे बड़ा मुद्दा झरिया का विस्थापन है। झरिया के 85 फीसद का भू भाग अग्नि प्रभावित क्षेत्र है। जहां सांस लेना भी लोगों के लिए काफी मुश्किल भरा होता है। ऐसे स्थान पर जान जोखिम में डालकर लाखों लोग रहने को मजबूर हैं। इन लोगों को सुरक्षित स्थान पर पुनर्वास कराने के नाम पर भी हर बार इनसे वोट मांगा जाता है। पर चुनाव जीतते ही नेता अपने वादों से मुकर जाते हैं। इससे झरिया की जनता में सिंह मेंशन परिवार के प्रति काफी नाराजगी भी है। इसका फायदा भी रुस्तम अंसारी को मिल रहा है। जयराम महतो ने भी इन मुद्दों पर लोगों को काफी भरोसा दिलाया है। उन्होंने मंच से कहा है कि उनकी पार्टी अगर जीतती है तो झरिया की सभी समस्या को दूर करेंगी। अब देखना यह होगा की झरिया की जनता कितनी मजबूती से जयराम महतो और रुस्तम अंसारी के साथ खड़ी रहती है। यह मतदान के बाद ही पता चल पाएगा।
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