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World Tourism Day 2024: इस देश में घूमना-फिरना एकदम Free, बिना एक रुपया दिए टूरिस्ट यहां कर सकते हैं ट्रैवल

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दुनिया को टूरिज्म का महत्व बताने के लिए हम हर साल 27 सितंबर को 'वर्ल्ड टूरिज्म डे' मनाते हैं। जीवन में जितना जरूरी एजुकेशन है, उतना ही जरूरी घूमना-फिरना भी, क्योंकि इस दौरान हमें कई चीजों को करीब से जानने का मौका मिलता है। वैसे तो ज्यादातर लोगों को घूमने-फिरने का शौक होता है, लेकिन कई बार पैसों के चलते हम अपना प्लान पोस्टपोन कर देते हैं।

वहीं आज हम आपको यूरोप के एक ऐसे देश के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां वहां के नागरिकों के साथ-साथ दुनियाभर से आए टूरिस्ट को भी, फ्री में एक स्थान से दूसरे स्थान जाने का मौका मिलता है। यही नहीं इस देश की गिनती दुनिया के सबसे अमीर देशों में की जाती है। तो चलिए फिर जानते हैं आखिर कैसे है यहां ट्रेवल करना फ्री।
इस देश में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सर्विस बिल्कुल फ्री image

हम जिस देश की बात कर रहे हैं, उसका नाम लक्जमबर्ग (luxembourg) है। बता दें, इस देश की गिनती यूरोप के सबसे महंगे देशों में की जाती है, लेकिन फिर भी यहां पर एक स्थान से दूसरे स्थान पर ट्रैवल करना बिल्कुल फ्री है। क्योंकि पूरी दुनिया में ये पहला ऐसा देश है, जहां सभी प्रकार के पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सर्विस बिल्कुल फ्री रखी गई हैं। इसमें बस, ट्रेन और ट्राम को शामिल किया गया है।


टूरिस्ट्स को मिलता है फायदा image

जब आप भारत या विदेश में कहीं भी घूमने जाते हैं, तो वहां पर ट्रांसपोर्ट्स के लिए अच्छे- खासे पैसे चुकाने पड़ते हैं, लेकिन लक्जमबर्ग अन्य देशों से अलग है। यहां पर मिलने वाली मुफ्त पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सर्विस सिर्फ देश के नागरिकों को ही नहीं, बल्कि यहां घूमने- फिरने आए टूरिस्ट्स को भी मुफ्त में दी जाती है। यानी इस देश में अगर आप घूमने आ रहे हैं, तो आप बिना किसी टेंशन के और एक रुपया चुकाए बिना ट्रैवल कर सकते हैं।


फर्स्ट क्लास में ट्रैवल करने के नियम image

जैसा कि हमने आपको बताया, लक्जमबर्ग सरकार ने देश के भीतर सभी पब्लिक ट्रांसपोर्ट्स फ्री कर दिए हैं, जिसमें रेलगाड़ियां, बसें, ट्राम और यहां तक कि फनिक्युलर रेलवे (funicular railway) भी शामिल हैं। वहीं यदि यात्री फर्स्ट कैटेगरी में यात्रा करना चाहते हैं या सीमा पार यानी आप बॉर्डर के पार जा रहे हैं तो ट्रेन का टिकट लेना होगा।

इसी के साथ पब्लिक ट्रांसपोर्ट्स में सामान और पालतू जानवरों के लिए भी कोई फीस नहीं देनी होगी। बता दें, देश में बढ़ते प्रदूषण को रोकने लिए लक्जमबर्ग सरकार ने पब्लिक ट्रांसपोर्ट्स फ्री करने का फैसला किया था। इसी के साथ सरकार चाहती थी, कि नागरिक कम से कम अपनी कारों से जाना कम करें और पब्लिक ट्रांसपोर्ट्स का इस्तेमाल अधिक करें।


लक्जमबर्ग में क्या है फेमस image

लक्जमबर्ग अपने समृद्ध इतिहास, आश्चर्यजनक महलों (castles) के लिए दुनियाभर में जाना जाता है। इसी के साथ इस देश की गिनती सबसे अमीर देशों में होती है। हर साल इस देश में बड़ी संख्या में टूरिस्ट्स आते हैं। यहां पर ले चेमिन डे ला कॉर्निश, न्यूमुन्स्टर एबे, द बॉक एंड कैसमेट्स, द ग्रंड डिस्ट्रिक्ट , ला पासरेल समेत लक्जमबर्ग नेशनल म्यूजियम और लक्जमबर्ग सिटी म्यूजियम काफी फेमस है। वहीं दुनिया भर से टूरिस्ट्स महल वियानडेन कैसल (Vianden Castle) को देखने आते हैं, जो लक्जमबर्ग के ग्रैंड डची के उत्तरी भाग में स्थित है।


क्या भारतीयों के लिए फ्री है लक्जमबर्ग image

लक्जमबर्ग की सरकार ने अभी तक भारत से आने वाले टूरिस्ट्स को फ्री वीजा की सुविधा नहीं दी है। ऐसे में जब भी कोई भारत से से इस देश में घूमने जाता है, तो एक उन्हें लक्जमबर्ग जाने के लिए वीजा लेना होगा। आपको बता दें, लक्जमबर्ग में ट्रैवल करने के लिए, भारतीयों को शेंगेन वीजा (Schengen visa) की आवश्यकता पड़ती है, लेकिन इसके साथ ही एक शर्त भी है की आपको एक बार में इस देश में केवल 90 दिनों तक ही रह सकते हैं।

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