आयुष्मान भारत के तहत शुरू की गई प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना है। इसका लक्ष्य 12 करोड़ से अधिक गरीब और कमजोर परिवारों को प्रति वर्ष 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा प्रदान करना है। इस योजना में लाभार्थी परिवारों को सरकारी और योजना से जुड़े निजी अस्पतालों में मुफ्त इलाज मिलता है।
PM-JAY की मुख्य विशेषताएं
- PM-JAY दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा/आश्वासन योजना है जो पूरी तरह से सरकार द्वारा वित्तपोषित है।
- भारत में सार्वजनिक और निजी सूचीबद्ध अस्पतालों में माध्यमिक और तृतीयक देखभाल के लिए यह प्रति परिवार प्रति वर्ष रु. है। 5 लाख का कवर प्रदान करता है।
- 12 करोड़ से अधिक गरीब और कमजोर परिवार इस लाभ के पात्र हैं।
- PM-JAY लाभार्थी को सेवा स्थल यानी अस्पताल में कैशलेस स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं प्रदान करता है।
- PM-JAY का उद्देश्य चिकित्सा उपचार पर अत्यधिक खर्च को कम करने में मदद करना है।
- अस्पताल में भर्ती होने से 3 दिन पहले तक और अस्पताल में भर्ती होने के 15 दिन बाद तक निदान और दवा आदि जैसे खर्चों को कवर करता है।
- इस योजना का लाभ पूरे देश में उपलब्ध है, यानी लाभार्थी कैशलेस इलाज के लिए भारत के किसी भी सूचीबद्ध सार्वजनिक या निजी अस्पताल में जा सकता है।
- ये सेवाएँ लगभग 1,929 प्रक्रियाओं को कवर करती हैं।
- इसमें दवाएँ, आपूर्ति, नैदानिक सेवाएँ, चिकित्सक शुल्क, कक्ष शुल्क, सर्जन शुल्क, ओटी और आईसीयू शुल्क आदि सहित उपचार संबंधी सभी खर्च शामिल हैं।
कैसे मिलेगा लाभ?
PMJAY योजना के लिए लाभार्थी को किसी विशेष कार्ड की आवश्यकता नहीं होगी। इस योजना से जुड़े सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में लाभार्थी के लिए केवल अपनी पहचान स्थापित करने के लिए “आयुष्मान हेल्प डेस्क” होगा। जहां लाभार्थी को अपनी पात्रता, दस्तावेज साबित करने होंगे। पात्रता सिद्ध करने के बाद लाभार्थी को 5 लाख तक के इलाज के लिए एक भी रुपया खर्च नहीं करना पड़ेगा।
इसमें बीमारी और सर्जरी शामिल है
देश के हर गरीब नागरिक को बड़ी बीमारियों से लेकर बड़े ऑपरेशन और अस्पताल प्रक्रियाओं का लाभ मुफ्त मिलेगा। ऑपरेशन में बाईपास सर्जरी, मोतियाबिंद, कॉर्नियल ग्राफ्टिंग, ऑर्थोप्लास्टी, छाती का फ्रैक्चर, यूरोलॉजिकल सर्जरी, सिजेरियन डिलीवरी, डायलिसिस, स्पाइन सर्जरी, ब्रेन ट्यूमर सर्जरी और विभिन्न कैंसर सर्जरी शामिल हैं। कुल 1350 प्रकार की सर्जरी, जांच और प्रक्रियाओं का लाभ मिलेगा।
मरीज से संबंधित सभी लेन-देन कागज रहित और नकदी रहित होंगे। इसके लिए नीति आयोग की साझेदारी से एक आई.टी. प्लेटफार्म का संचालन किया जाएगा। इसके अलावा लाभार्थी को मिलने वाली रकम डायरेक्ट डेबिट ट्रांसफर के जरिए सीधे खाते में जमा कर दी जाएगी. केंद्र सरकार लागत का 60 प्रतिशत और राज्य सरकार लाभार्थी को प्राप्त राशि का 40 प्रतिशत वहन करती है।
किसे मिलता है फायदा?
इस योजना से 2011 की जनगणना के दौरान गरीब के रूप में चिह्नित सभी परिवारों को लाभ मिलेगा।
इस योजना में उम्र या परिवार के आकार की कोई सीमा नहीं है।
योजना की जानकारी के लिए देशभर में 2.50 लाख से ज्यादा कॉमन सर्विस सेंटर हैं।
जिन परिवारों का नाम योजना में नहीं है वे कॉमन सर्विस सेंटर पर पूछताछ कर सकते हैं।
योजना के संबंध में जानकारी हेल्पलाइन नंबर 14555 से भी प्राप्त की जा सकती है।
आप उनका नाम वेबसाइट https://mera.pmjay.gov.in पर देख सकते हैं।
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