मधुमेह को दवाओं से ठीक नहीं किया जा सकता। अगर आप अपने खाने-पीने की आदतें नहीं बदलेंगे तो दवा बेअसर हो जाएगी, सही खान-पान से दवा का असर तेजी से होगा। छोटे-छोटे घरेलू नुस्खे काम आते हैं। एक समाधान रक्त शर्करा को इतनी तेज़ी से कम कर देता है कि डॉक्टर इसे अधिक लेने से मना कर देते हैं।
हाई ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के लिए करेले का जूस पिएं, इस जूस में विशेष जड़ी-बूटियां मिलाई जाती हैं। ये घरेलू ड्रिंक्स डायबिटीज को बढ़ने नहीं देते. आइये जानते हैं करेले का जूस बनाने की विधि।
जूस से मधुमेह का स्थाई इलाज
1. करेला लें और उसे पानी से अच्छे से धो लें.
2. इसे टुकड़ों में काट लें और ग्राइंडर में डाल दें.
3. अब इसमें एक चम्मच चिरायता (कालमेघ) पाउडर मिलाएं।
4. थोड़ा पानी, सेंधा नमक और खट्टा क्रीम पाउडर डालें.
5. जूस अच्छे से बन जाने के बाद इसे एक गिलास में निकाल लें और पी लें।
करेला ग्लूकोज को ऊर्जा में बदलता है:
इसमें मधुमेह विरोधी गुण होते हैं, यह इंसुलिन की तरह काम करता है। यह कोशिकाओं को ऊर्जा प्रदान करने के लिए रक्त ग्लूकोज का उपयोग करता है। इससे रक्त शर्करा नहीं बढ़ती है और मधुमेह नियंत्रण में रहता है।
चिरायता इंसुलिन से भरपूर होता है क्योंकि अग्न्याशय की आइलेट कोशिकाएं इंसुलिन का उत्पादन करती हैं, जब ये कोशिकाएं ठीक से काम नहीं करती हैं, तो रक्त शर्करा बढ़ने लगती है। शोध से पता चलता है कि चिरायता में आइलेट कोशिकाओं को सक्रिय करने और इंसुलिन उत्पादन बढ़ाने की शक्ति होती है।
डॉक्टर ज्यादा पीने से करते हैं मना:
हाई ब्लड शुगर को कम करने में ये दोनों तरीके बहुत प्रभावी हैं। इसका अधिक सेवन करने से ब्लड शुगर बहुत कम हो जाएगा। इसलिए डॉक्टर सलाह देते हैं कि इसका अधिक सेवन न करें और शुगर कम करने वाली दवाएं लेने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।
करेले का जूस पीने के बेहतरीन फायदे:
1. विटामिन सी का उत्कृष्ट स्रोत
2. रक्त फिल्टर
3. कैंसर से बचाता है
4. कोलेस्ट्रॉल नष्ट करने वाली शक्ति
5. वजन प्रबंधन
You may also like
टॉफी खाने से 4 साल के बच्चे की हुई मौत, गले में अटकने से रुकी मासूम की सांस, पेरेंट्स हो जाएं सावधान
देश में खाद की कमी से क्यों जूझ रहे हैं किसान?
क्या वेट लॉस के लिए बासी चावल खाना सही है? ये फायदेमंद है या नुकसानदेह, पढ़ें एक्सपर्ट की सलाह
मिजोरम में ऑनलाइन ठगों का कहर, 9 महीने में लूटे 8 करोड़ रुपए
देश में 10 साल से भाजपा की सरकार, फिर झारखंड में बांग्लादेशी घुसपैठिए कैसे आ गए : इमरान प्रतापगढ़ी