नई दिल्ली। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने विकिपीडिया को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय के द्वारा भेजे गए नोटिस में कहा गया है कि ऐसा शिकायतें मिली हैं जिनके मुताबिक वीकिपीडिया के द्वारा प्रदान की गई बहुत सी जानकारी एकतरफा, पक्षपातपूर्ण और भ्रामक हैं। इतना ही नहीं केंद्र ने विकिपीडिया से यह भी पूछा है कि उसे मध्यस्थ की जगह पब्लिशर क्यों नहीं माना जाए? आपको बता दें कि विकिपीडिया को एक ऑनलाइन इनसाइक्लोपीडिया के तौर पर जाना जाता है। इसमें किसी व्यक्ति विशेष या महत्वपूर्ण स्थान आदि से संबंधित जानकारी होती है।
Govt of India puts Wikipedia on notice. Govt writes to Wikipedia pointing out many complaints of bias and inaccuracies in Wikipedia, points out a small group having editorial control and asks why Wikipedia shouldn’t be treated as a publisher instead of an intermediary: Sources
— ANI (@ANI) November 5, 2024
विकिपीडिया की खास बात यह है कि इसमें किसी भी पेज पर जाकर उसमें दी गई जानकारी को एडिट किया जा सकता है या उसमें कुछ नई जानकारी जोड़नी हो तो उसे ऐड किया जा सकता है। विकिपीडिया की शुरुआत जनवरी 2001 में हुई थी। आज विकिपीडिया इंटरनेट यूज़र्स के बीच एक बहुत पॉपुलर नाम है। विकिपीडिया पर अब तक 300 से ज़्यादा भाषाओं में 6.2 करोड़ से भी अधिक आर्टिकल पब्लिश हो चुके हैं। विकिपीडिया पर लिखी किसी भी जानकारी को कोई भी व्यक्ति चेंज कर सकता है इस कारण से विकिपीडिया पर दी गई हर इंफॉर्मेशन पूरी तरह सही नहीं मानी जाती।
विकिपीडिया में दी गई भ्रामक जानकारियों को लेकर पहले भी विवाद हो चुका है। समाचार एजेंसी एएनआई ने विकिपीडिया के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी। एएनआई ने अपनी याचिका में यह आरोप लगाया था कि विकिपीडिया पर एएनआई के संबंध में कुछ मानहानिकारक जानकारी अपलोड की गई है। एएनआई ने इस प्रकार की जानकारी को तुंरत डिलीट करवाने का हाईकोर्ट से आग्रह किया था। इस मामले की सुनवाई के दौरान दिल्ली हाईकोर्ट ने विकिपीडिया को चेतावनी भी दी थी। अब केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा विकिपीडिया को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है।
The post appeared first on .
You may also like
योगी सरकार ने आरओ-एआरओ और पीसीएस प्री परीक्षा की तारीख की घोषित
मथुरा में मिले सिर कटे शव की शिनाख्त हुई; ओमप्रकाश साले के घर जाने से युवकों को रोकता था, विरोध किया तो दोस्तों ने किया कत्ल
हिसार से बरौनी के बीच चलाई गई स्पेशल ट्रेन, रेलवे ने की यात्रियों से सुरक्षित यात्रा की अपील
ग्रीनपीस की रिपोर्ट से पता चलता है कि 77% से अधिक महिलाएं अंधेरा होने के बाद दिल्ली की बसों में यात्रा करने में असुरक्षित महसूस करती हैं
डाॅ. रतन पाल सिंह बने महानिदेशक परिवार कल्याण