इंटरनेट डेस्क। अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप ने इतिहास दौहरा दिया है। वो एक बार फिर से अमेरिका के राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ग्रहण करेंगे। रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार पहले भी के अमेरिका के राष्ट्रपति रह चुके है। अब वो अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ग्रहण करेंगे। वहीं चुने जाने के तकरीबन तीन घंटे बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें बधाई दी और 12 घंटे बाद ही दोनों नेताओं के बीच टेलीफोन पर बातचीत भी हो गई। राष्ट्रपति चुनाव में विजय हासिल करने के बाद ट्रंप के साथ बात करने वाले पीएम मोदी पहले वैश्विक नेता बने।
विश्व शांति के लिए करेंगे काम
पीएम मोदी ने ट्रंप को अपना मित्र बताते हुए उनकी जीत को ना सिर्फ ऐतिहासिक करार दिया, बल्कि उनके साथ मिलकर भारत-अमेरिका के रणनीतिक रिश्तों को और मजबूत करने का संदेश भी दिया। इस दौरान दोनों नेताओं ने कहा कि वे विश्व शांति के लिए मिलकर काम करेंगे। अपने चुनावी दौरों में कई बार मोदी का नाम लेकर उन्हें अपना खास मित्र बताने वाले डोनाल्ड ट्रंप ने वार्ता के दौरान एक बार फिर दोहराया कि मोदी और भारत को वह अपना सच्चा दोस्त मानते हैं।
पहले कार्यकाल में रहे थे चर्चा में
ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान 2019 में हुए हाउडी मोदी और 2020 में नमस्ते ट्रंप जैसे बड़े आयोजनों में मोदी के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति की दोस्ती के जो रंग देखने को मिले थे, वह दूसरे कार्यकाल में भी जारी रहेंगे। मोदी ने ट्रंप को संबोधित करते हुए एक्स पर लिखा-आपकी ऐतिहासिक जीत पर तहेदिल से बधाई। आपके पिछले कार्यकाल की सफलता के आधार पर मैं भारत-अमेरिका वैश्विक समग्र व रणनीतिक साझेदारी को और ज्यादा मजबूत बनाने को लेकर आपसी सहयोग की तरफ देख रहा हूं। आइए, साथ मिलकर हम अपने लोगों की भलाई,वैश्विक शांति, स्थिरता व संपन्नता के लिए काम करें।
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