इंटरनेट डेस्क। डोनाल्ड ट्रंप को हाल ही हुए अमेरिकी आम चुनाव में जीत मिली हैं और इसके साथ ही वह जल्द देश के नए राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ग्रहण करेंगे। लेकिन उसके पहले अमेरिकी न्याय विभाग ने ट्रंप को मारने की विफल ईरानी साजिश में शुक्रवार को आपराधिक आरोपों को उजागर किया।
मीडिया रिपोटर्स की माने तो मैनहट्टन में अदालत में दायर एक आपराधिक शिकायत में आरोप लगाया गया है कि ईरान के अर्धसैनिक रिवोल्यूशनरी गार्ड के एक अधिकारी ने पिछले सितंबर में एक व्यक्ति से ट्रंप की निगरानी और मारने की योजना बनाने के लिए कहा था। फरजाद शकेरी नाम के एक शख्स द्वारा योजना बनाने में असमर्थ होने पर अधिकारी ने उससे कहा था कि ईरान चुनाव के बाद तक यह योजना रोक देगा क्योंकि उसका मानना था कि ट्रंप हार जाएंगे और उनकी हत्या करना आसान हो जाएगा।
मीडिया रिपोटर्स की माने तो अमेरिकी न्याय विभाग ने शकेरी को ईरान के अर्धसैनिक रिवोल्यूशनरी गार्ड का एजेंट बताया है साथ ही कहा गया है कि वह एक बच्चे के रूप में अमेरिका में आ गया था और डकैती के आरोप के बाद 2008 में उसे निर्वासित कर दिया गया था। अभियोजकों ने कहा कि शकेरी फरार है और माना जाता है कि वह ईरान में है। न्याय विभाग ने बताया कि शकेरी ने न्यूयॉर्क के दो निवासी कार्लिस्ले रिवेरा और जोनाथन लोडहोल्ट से मुलाकात कर, अपने साजिश में शामिल किया था और उनको ट्रंप को निशाना बनाने के लिए तैयार कर लिया था। रिवेरा और लोडहोल्ट दोनों को मुकदमे तक हिरासत में रखने का आदेश दिया गया है।
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