ट्रेवल न्यूज़ डेस्क !!! मंडावा राजस्थान के छोटे शहरों में से एक है और इसलिए ज्यादातर लोगों को इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। जबकि आपको एक बार इस शहर का दौरा जरूर करना चाहिए। यह इतिहास, कला और संस्कृति का अद्भुत मिश्रण है। 17वीं और 18वीं शताब्दी में स्थापित यह जगह आज भी फिल्मों की शूटिंग के लिए बहुत लोकप्रिय है। हो सकता है जब आप यहां आएं तो आपको कुछ सेलेब्स एक्टिंग करते दिखें।
आपको बता दें कि इस शहर में कई हवेलियां हैं। ऐसा माना जाता है कि मांडवा एक खुली आर्ट गैलरी है क्योंकि इसमें कई खूबसूरती से सजाई गई हवेलियाँ हैं। यहां रहते हुए आप बहुत कुछ देख और अनुभव कर सकते हैं। तो आज इस आर्टिकल में हम आपको बता रहे हैं कि आप मांडवा में क्या-क्या काम कर सकते हैं-आपने कई हवेलियाँ देखी होंगी. लेकिन मांडवा की हवेलियां कुछ अलग हैं। यहां कई अद्भुत हवेलियां हैं, जिनकी दीवारों पर आप इस शहर की समृद्ध विरासत को करीब से देख पाएंगे। ये हवेलियां बीते जमाने की झलक दिखाती हैं। पौराणिक कथाओं से लेकर शहर के व्यापारियों के इतिहास और उनकी यात्राओं तक, दीवारों पर बने भित्तिचित्र मांडवा के इतिहास की गवाही देते हैं।राजस्थान के रेगिस्तान का आकर्षण हर किसी को आकर्षित करता है। जब आप यहां हों तो ऊंट की सवारी निश्चित रूप से एक अच्छा विचार है। जब आप इस यात्रा पर निकलेंगे तो आको एक अलग अनुभव होगा। जब आप राजस्थान के मंडावा जाएं तो आपको ऊंट की सवारी का आनंद भी लेना चाहिए।
मंडावा में यात्रा करते समय, आपको स्थानीय बाजार का पता लगाना चाहिए। यहां आपको हस्तनिर्मित गहनों से लेकर खूबसूरत कपड़े, प्राचीन कलाकृतियां आदि सब कुछ मिलेगा, जो निश्चित रूप से आपके खरीदारी अनुभव को अगले स्तर पर ले जाएगा। साथ ही स्थानीय बाजार में घूमते हुए आपको राजस्थान की संस्कृति भी करीब से देखने को मिलेगी।
राजस्थान के मंडावा में आपको स्थानीय व्यंजनों का स्वाद जरूर चखना चाहिए। मंडावा व्यंजन न केवल आपकी स्वाद कलियों को आनंदित करता है, बल्कि आपको राजस्थान की परंपराओं को करीब से अनुभव करने का भी मौका देता है। दाल बाटी चूरमा से लेकर घेवर तक, मंडावा आपके स्वाद को अगले स्तर पर ले जाता है।
मांडवा में यात्रा करते समय आपको यहां के प्राचीन मंदिरों के दर्शन भी अवश्य करने चाहिए। इन मंदिरों की नक्काशी बेहद खूबसूरत है। इन मंदिरों के बारे में कई किंवदंतियाँ हैं, जो इन्हें केवल पूजा स्थल बनाती हैं। यहां आपको आध्यात्मिक शांति का अनुभव होगा।
रेगिस्तान में तारों के नीचे कैंपिंग करने का अपना ही मजा है। इस दौरान राजस्थानी लोक संगीत की धुनें आपका मन मोह लेती हैं। आपने शायद पहले कभी मंडावा में जंगल में कैंपिंग का अनुभव नहीं किया होगा। जैसे ही शाम होती है, संगीतकार और नर्तक रेगिस्तान में प्रेम, बहादुरी और रोजमर्रा की जिंदगी की कहानियां लेकर आते हैं। कैम्प फायर की गर्माहट और संगीत एक जादुई माहौल बनाता है, जिससे आपको ऐसा महसूस होता है जैसे आप मंडावा की सदियों पुरानी कहानियों का हिस्सा हैं।
You may also like
उरण विधानसभा सीट पर शेकाप की 'फ्रेंडली फाइट', प्रीतम म्हात्रे ने रोजगार दिलाने का किया वादा
केदारनाथ विधानसभा सीट पर उपचुनाव में किसका पलड़ा भारी
17 नवम्बर को बन रहा हैं एक अद्भुत संयोग इन राशियों की बदल जाएगी तकदीर
सनातन बोर्ड का गठन सनातन न्यास और सनातन धर्म संसद की मांग है : देवकीनंदन ठाकुर
झांसी हादसा : चार सदस्यीय समिति करेगी मामले की जांच