मनोरंजन न्यूज़ डेस्क - 'ये हाथ मुझे दे दे ठाकुर'... शोले और ठाकुर साहब का ये डायलॉग भला किसे याद नहीं होगा। शोले के ठाकुर के मुश्किल किरदार को संजीव कुमार ने पर्दे पर जीवंत कर दिया था। संजीव कुमार के कई किरदारों में से ये एक ऐसा किरदार था, जिसने उन्हें सिनेमा की दुनिया में अमर कर दिया। कई फिल्मों में शानदार एक्टिंग के बाद संजीव कुमार ने 47 साल की छोटी सी उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया। 6 नवंबर 1984 को दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया। बॉलीवुड में एक्टर्स उम्र बढ़ने के बाद भी जवानी का किरदार निभाना पसंद करते हैं, लेकिन संजीव कुमार इसके बिल्कुल उलट थे। उन्हें बुजुर्ग या बूढ़े व्यक्ति का किरदार निभाना पसंद था। हालांकि बूढ़े व्यक्ति का किरदार पसंद करने के पीछे एक दिलचस्प कहानी है, जो आज हम आपको बताएंगे।
संजीव कुमार ने अपने करियर में 'आंधी', 'मौसम', 'नौकर', 'नया दिन नई रात', 'पति-पत्नी और वो' जैसी कई फिल्में कीं। लेकिन संजीव कुमार को अपनी लंबी उम्र पर यकीन नहीं था। उन्हें इस बात का अंदेशा था कि वो ज्यादा दिन नहीं जी पाएंगे। इसकी वजह कोई बीमारी नहीं बल्कि कुछ और थी। दरअसल, संजीव कुमार के परिवार में पुरुष 50 साल से ज्यादा नहीं जी पाते थे। एक्टर के छोटे भाई निखिल की मौत उनसे पहले हो गई थी और उनके दूसरे भाई किशोर की मौत संजीव कुमार की मौत के बाद हुई। संजीव ने भी 47 साल की उम्र में आखिरी सांस ली।
पर्दे पर एक्सपेरिमेंटल रोल करने के अलावा संजीव कुमार असल जिंदगी में भी अलग सोच के इंसान थे। संजीव ने कभी शादी नहीं की। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो वो महिलाओं पर शक करते थे, उनकी एक करीबी दोस्त और एक्ट्रेस अंजू महेंद्रू ने एक इंटरव्यू में बताया था, 'एक्टर के करीबी लोग अक्सर उनसे कहा करते थे कि लड़कियां उनसे नहीं बल्कि उनके पैसों से प्यार करती हैं, ये बात उनके दिमाग में बैठ गई थी।हालांकि, महिलाओं पर शक करने और शादी न करने के बावजूद संजीव कुमार के कई अफेयर्स ने सुर्खियां बटोरीं। संजीव को हेमा मालिनी इतनी पसंद आईं कि वो सीधे उनकी मां के पास अपना प्रपोजल लेकर चले गए।
हेमा मालिनी की मां ने उनके रिश्ते से इनकार कर दिया। इसके बाद वो डिप्रेशन में चले गए। इसके बाद एक्ट्रेस विजेता पंडित की बहन सुलक्षणा पंडित उनकी जिंदगी में आईं। सुलक्षणा ने संजीव से अपने प्यार का इजहार किया और उनसे शादी करना चाहती थी लेकिन संजीव इसके लिए राजी नहीं हुए। संजीव ने अपने जीवनकाल में कई हिट फिल्में दीं लेकिन दिलचस्प बात यह है कि उनकी मौत के बाद भी उनकी 10 फिल्में रिलीज हुईं। इसमें एक्टर ने 3 या 4 फिल्मों की शूटिंग पूरी कर ली थी। बाकी फिल्मों को स्क्रिप्ट के दूसरे हिस्से में थोड़े बदलाव करके रिलीज किया गया। हिट फिल्मों के अलावा संजीव ने अपनी शानदार एक्टिंग के लिए कई नेशनल अवॉर्ड के साथ-साथ फिल्मफेयर अवॉर्ड भी जीते।
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