गुरूग्राम न्यूज डेस्क।। पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने मंगलवार को पंजाब विश्वविद्यालय में 'पंजाब विजन 2047' सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में बोलते हुए कहा, "पंजाब वही राज्य है जिसने भारत को खाद्यान्न के मामले में आत्मनिर्भर बनाया और भूखमरी को खत्म किया। हम फिर से बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं।" इस सम्मेलन का आयोजन विश्व पंजाबी संगठन द्वारा पंजाब विकास आयोग और पंजाब विश्वविद्यालय के सहयोग से किया जा रहा है। नीति निर्माण, शासन, व्यवसाय और सामाजिक क्षेत्र के दिग्गजों को संबोधित करते हुए चीमा ने राज्य सरकार द्वारा तैयार की गई नई विकास नीतियों के बारे में बात की। उन्होंने कहा, "हम अगले कुछ वर्षों में इन नीतियों के परिणाम देखेंगे, जो राज्य की अर्थव्यवस्था को फिर से जीवंत कर देंगे। जीएसटी व्यवस्था की शुरुआत के साथ, पंजाब जैसे औद्योगिक और कृषि राज्यों में राजस्व में गिरावट देखी गई है।" उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने उन विषयगत क्षेत्रों को सूचीबद्ध किया,
जिन पर राज्य की समृद्धि के लिए ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, "यह लचीलापन, साहस, भाईचारे और समुदाय की भूमि है और राज्य सरकार प्रत्येक क्षेत्र में समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है।" सम्मेलन के आयोजक राज्यसभा सांसद डॉ. विक्रमजीत सिंह साहनी ने उम्मीद जताई कि पंजाब में स्थायी आर्थिक विकास के युग की शुरुआत करने की क्षमता है। पहले पूर्ण सत्र में लेखकों, पत्रकारों और इतिहासकारों ने पंजाब की समृद्ध ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत और वर्तमान चुनौतियों पर चर्चा की। इतिहासकार रक्षंदा जलील ने पंजाब में उर्दू भाषा के खत्म होने पर दुख जताया, जबकि वरिष्ठ पत्रकार और कवियत्री निरुपमा दत्त ने राज्य में व्याप्त जाति और लिंग आधारित भेदभाव के बारे में बात की। प्रख्यात लेखक और सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी रमेश इंदर सिंह ने पंजाब की अर्थव्यवस्था में विविधता लाने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। शासन पर सत्र में पारदर्शिता, जवाबदेही और भागीदारी नीति निर्माण को मजबूत करने की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित किया गया। पंजाब के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री बलबीर सिंह ने कहा कि हाल ही में कृषि नीति किसानों की भागीदारी के साथ तैयार की गई थी। उन्होंने कहा, "इतने सालों में यह पहली बार है कि पंजाब के नहर नेटवर्क में सुधार हुआ है और भूजल स्तर बढ़ा है।" पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुदियान ने गरीब किसानों और खेत मजदूरों को सहायता देने की आवश्यकता के बारे में बात की।
You may also like
Udaipur बीच सड़क पर युवक ने होमगार्ड जवान की पिटाई की
स्टेट बैंक, एचडीएफसी और आईसीआईसीआई बैंक घरेलू प्रणालीगत रूप से महत्वपूर्ण बैंकों की सूची में शामिल
जींद : आसमान में छाई गहरी धुंध, कम दृश्यता के चलते वाहन चालकों को हुई परेशानी
धूमधाम से मना श्री मां कात्यानी मंदिर का वार्षिक महोत्सव
आईपीएल 2025 से पहले पार्थिव पटेल गुजरात टाइटन्स के सहायक और बल्लेबाजी कोच बने