लखनऊ: कोविड-19 के बाद देशभर में दिल के दौरे के मामलों में तेजी देखी गई है। ऐसे में लोगों को कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) की तकनीक आनी चाहिए, ताकि समय रहते किसी की जान बचाई जा सके। इसी उद्देश्य से सुएज इंडिया, जो लखनऊ में सीवर प्रबंधन का कार्य करती है, ने अपने 200 से अधिक सहकर्मियों के साथ विभिन्न साइटों पर सीपीआर वर्कशॉप का आयोजन किया।
सुएज इंडिया के हेल्थ & सेफ्टी मैनेजर पंकज सिंह द्वारा संचालित इस वर्कशॉप में स्ट्रोक या दिल के दौरे के शुरुआती लक्षणों को पहचानने, व्यक्ति को रिकवरी पोजिशन में रखने और कार्डियक मसाज की तकनीक पर जोर दिया गया।
इस स्वास्थ्य सप्ताह के तहत विभिन्न साइटों पर व्यावहारिक कार्यशालाएं, छोटे व उच्च प्रभाव वाले वीडियो और स्टेइंग अलाइव के साथ एक वेबिनार का आयोजन भी किया गया। वर्कशॉप का मुख्य उद्देश्य आपात स्थिति में हृदय घात होने पर सहकर्मियों, प्रियजनों या किसी अजनबी की जान बचाने की तकनीक सिखाना था।
सुएज इंडिया का लक्ष्य अधिक से अधिक लोगों को प्रशिक्षित करना है ताकि ऐसी आपात स्थितियों में अधिक जीवन बचाए जा सकें। यदि आप अब तक प्रशिक्षित नहीं हुए हैं, तो इस प्रकार के वर्कशॉप का हिस्सा बनकर आप भी इस नेक पहल में अपना योगदान दे सकते हैं और कई जिंदगियों को बचाने में मदद कर सकते हैं।
The post “सुएज इंडिया की सीपीआर वर्कशॉप: दिल के दौरे के आपातकाल में जान बचाने के लिए प्रशिक्षण” first appeared on The Lucknow Tribune.
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