Pragya Singh Thakur: महाराष्ट्र के 2008 मालेगांव विस्फोट मामले की आरोपी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने गुरुवार को सोशल मीडिया पर अपने सूजे हुए चेहरे की एक तस्वीर पोस्ट की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की यातना के कारण उन्हें आजीवन घातक पीड़ा हुई और अगर वह जीवित रहीं तो अदालत में जरूर पेश होंगी। मालेगांव विस्फोट मामले में सुनवाई कर रही एक विशेष अदालत द्वारा सुनवाई में शामिल न होने पर भोपाल की पूर्व भाजपा सांसद के खिलाफ जमानती वारंट जारी करने के दो दिन बाद उन्होंने यह फोटो पोस्ट की।
#कांग्रेस_का_टॉर्चर सिर्फ ATS कस्टडी तक ही नहीं मेरेजीवन भर के लिए मृत्यु दाई कष्ट का कारण हो गएl ब्रेन में सूजन,आँखों से कम दिखना,कानो से कम सुनना बोलने में असंतुलन स्टेरॉयड और न्यूरो की दवाओंसे पूरे शरीर में सूजन एक हॉस्पिटल में उपचार चल रहा हैl जिंदा रही तो कोर्ट अवश्य जाउंगीl pic.twitter.com/vGzNWn6SzX
— Sadhvi Pragya Singh Thakur (@sadhvipragyag) November 6, 2024
प्रज्ञा ठाकुर और छह अन्य व्यक्ति विस्फोट में कथित संलिप्तता के मामले में मुकदमे का सामना कर रहे हैं। जमानती वारंट जारी करते हुए विशेष अदालत के न्यायाधीश ए.के. लाहोटी ने मंगलवार को कहा कि मामले में अंतिम बहस चल रही है और आरोपियों की उपस्थिति आवश्यक है। वारंट के मुताबिक, 13 नवंबर तक ठाकुर को अदालत में पेश होना होगा।
प्रज्ञा ठाकुर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, कांग्रेस की यातना सिर्फ एटीएस की हिरासत तक ही नहीं, मेरे जीवन भर के लिए मृत्युदाई कष्ट का कारण हो गई। मस्तिष्क में सूजन, आंखों से कम दिखना, कानों से कम सुनना, बोलने में असंतुलन, स्टेरॉयड और न्यूरो की दवाओं से पूरे शरीर में सूजन। एक अस्पताल में उपचार चल रहा है। जिंदा रही तो अदालत अवश्य जाऊंगी।
29 सितंबर, 2008 को मुंबई से लगभग 200 किलोमीटर दूर उत्तर महाराष्ट्र के मालेगांव शहर में एक मस्जिद के पास मोटरसाइकिल पर बंधे विस्फोटक में धमाका होने से छह लोग मारे गए थे और 100 से अधिक घायल हुए थे।
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