महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों की सरगर्मियों के बीच 'वोट जिहाद' को लेकर पक्ष और विपक्ष की तरफ से जमकर बयानबाजी की जा रही है। महाराष्ट्र भाजपा के कुछ नेता तो यहां तक दावा कर रहे हैं कि वोट जिहाद के लिए महाराष्ट्र में विदेश से फंडिंग तक की गई है। इन सभी दावों के बीच एक दावा भाजपा के नेताओं की तरफ से यह भी किया गया कि ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड ने बीते दिनों महाविकास अघाड़ी को अपनी 17 मांगों वाला पत्र भेजा था।
ये भी पढ़ें-
जमीयत-ए-उलेमा मुंबई के अध्यक्ष मौलाना सिराज खान ने आईएएनएस से बात करते हुए लोगों से महाविकास अघाड़ी (एमवीए) के उम्मीदवारों के पक्ष में वोट करने की अपील की है। मौलाना सिराज खान ने शुक्रवार को कहा कि महाविकास अघाड़ी की सरकार बनने के बाद वह चाहते हैं कि उद्धव ठाकरे फिर से राज्य के मुख्यमंत्री बनें।
क्यों किया उद्धव को सपोर्ट
मौलाना सिराज खान ने महाविकास अघाड़ी की सरकार के दौरान विशेष रूप से कोविड-19 संकट के दौरान मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की नेतृत्व क्षमता की सराहना की। उन्होंने कहा कि कोविड के दौरान महाराष्ट्र में हालात बहुत बेहतर थे। जबकि अन्य राज्यों में लोग मर रहे थे, लाशें गंगा में बहाई जा रही थी। लेकिन, महाराष्ट्र में लोगों को खाना, पानी और यात्रा की सुविधा मुहैया कराई गई। यही कारण है कि हम चाहते हैं कि उद्धव ठाकरे फिर से मुख्यमंत्री बने। मौलाना सिराज खान ने उद्धव ठाकरे की नेतृत्व शैली की तारीफ करते हुए कहा कि वह एक अच्छे इंसान हैं और समाज के हर वर्ग के लिए उनके दिल में सम्मान है। उन्होंने कहा कि उनका दिल बहुत अच्छा है, उन्होंने हर समाज के लिए बेहतरीन काम किया है। उनकी सरकार के दौरान महाराष्ट्र में कोई भी भेदभाव नहीं हुआ।
'महाविकास अघाड़ी के उम्मीदवारों को समर्थन'
मुस्लिम समुदाय और अन्य धर्मों के लोगों से महाविकास अघाड़ी के उम्मीदवारों के पक्ष में वोट करने की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि मुसलमानों को अपने मत का उपयोग करना चाहिए और उन उम्मीदवारों को वोट देना चाहिए जो धर्मनिरपेक्ष और समाज के सभी वर्गों के लिए काम करने वाले हों। हमने सभी समुदायों से अपील की है कि वे 20 तारीख को चुनाव में वोट करें और महाविकास अघाड़ी के उम्मीदवारों को समर्थन दें। मौलाना सिराज खान ने इस संदर्भ में एक पत्र जारी किया है। पत्र में उन्होंने खासतौर पर मुसलमानों से वोट देने की अपील की है। यह पत्र उर्दू में लिखा गया था। उन्होंने इस पत्र के माध्यम से यह भी बताया कि महाराष्ट्र में जब महाविकास अघाड़ी की सरकार थी, तब पूरे राज्य में अमन-चैन और भाईचारे का माहौल था, जो अब सत्ता परिवर्तन के बाद बिगड़ गया है।
IANS की रिपोर्ट
You may also like
16 नवम्बर शनिवार को पलटेगी इन 3 राशियों की किस्मत , मिलेगा सच्चा प्यार
चिराग को पटना में पुराना बंगला मिला वापस, याद आए पुराने दिन, पिता की मौत के बाद चाचा को हुआ था आवंटित
IND vs SA: टी20 पारी में भारतीय क्रिकेट टीम ने रच दिया इतिहास, बनाया सिक्स लगाने का गजब रिकॉर्ड
खेलों के क्षेत्र में जम्मू-कश्मीर में नई शुरुआत हुई है : सुरेंद्र कुमार चौधरी
समाज में विभाजन के लिए भाजपा आर्टिकल 370 के मुद्दे को जिंदा रखना चाहती है : दानिश अली