मंदसौर, 14 नवंबर . जिले के शामगढ़ के दाल मिल क्षेत्र में गुरूवार को उस समय सनसनी फैल गई जब उज्जैन साइबर टीम ने कई सरकारी गाड़ियों के साथ एक बंद मकान पर दबिश दी. स्थानीय लोगों के अनुसार, इस मकान का शटर हमेशा बंद रहता था और यहां युवतियां कंप्यूटर सेंटर जैसा कोई काम करने आती थीं, लेकिन शटर कभी खुलता नहीं था. मकान पर किसी कंपनी या साइबर कैफे का बोर्ड भी नहीं लगा हुआ था, जिससे शक और गहरा हो गया कि अंदर अवैध गतिविधियां संचालित हो रही थीं.
उज्जैन साइबर डीएसपी लीना मारोट की टीम ने इस संदिग्ध मकान पर छापा मारा और 18 लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें 15 युवतियां और 3 युवक शामिल थे. टीम ने गिरफ्तार किए गए सभी को बस से उज्जैन ले जाया गया. साइबर टीम द्वारा इस मकान को सील लगाकर बंद कर दिया गया. हालांकि, उज्जैन से आई साइबर टीम ने इस संबंध में मीडिया को कोई जानकारी नहीं दी. पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया और स्थानीय लोग मकान के बारे में अलग-अलग चचार्एं करने लगे. फिलहाल, पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है और उम्मीद है कि जल्द ही इस पूरे नेटवर्क का खुलासा होगा.
शामगढ थाने में नहीं हुआ कोई प्रकरण दर्ज
शामगढ़ थाना प्रभारी उदय सिंह अलावा ने चर्चा करते हुए इस कार्रवाई की पुष्टि की और बताया कि यह छापेमारी साइबर अपराध से जुड़े मामले की जांच के तहत उजजैन सायबर टीम द्वारा की गई है. अलावा ने बताया कि प्रारंभिक जांच में ऐसा लगता है कि मकान में कोई वैध गतिविधि नहीं चल रही थी, जिससे यह साफ है कि यहां अवैध साइबर गतिविधियों का संचालन किया जा रहा था. उज्जैन टीम सभी 18 युवक युवतियों को साथ में ले गई है वहीं जांच कर रही है. शामगढ थाने पर कोई प्रकरण दर्ज नहीं हुआ है.
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/ अशोक झलोया
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