Top News
Next Story
NewsPoint

पीड़ित पक्ष से अधिक धन की मांग, भांजगड़ी प्रथा का अत्यंत दुखद पहलूः पुलिस अधीक्षक शुक्ल

Send Push

झाबुआ, 6 अक्टूबर . जिले में आज भी भांजगढ़ी जैसी प्रथा प्रचलित है, जिसका दुखद पहलू यह है कि जो पीड़ित पक्ष होता है उससे अधिक से अधिक धन की माँग की जाती है, और इस कारण से उस पीड़ित व्यक्ति को कई मौकों पर अपनी ज़मीन ज़ायजाद तक बेचने हेतु मजबूर होना पड़ता है.

उक्त बात जिला पुलिस अधीक्षक पद्मविलोचन शुक्ल ने रविवार को जिले के ग्राम रंभापुर में कही. एसपी रविवार को थाना मेघनगर एवं चौकी रंभापुर पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित ग्राम, नगर सुरक्षा समिति सम्मेलन तथा जनस्वास्थ्य एवं नशा मुक्ति शिविर के आयोजन में शामिल ग्राम एवं नगर सुरक्षा समिति सदस्यों और मौजूद अन्य ग्रामवासियों को संबोधित कर रहे थे.

कार्यक्रम में अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक प्रेमलाल कुर्वे, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस थांदला रविन्द्र राठी, उप पुलिस अधीक्षक कमलेश शर्मा एवं गिरीश कुमार जेजूरकर, थाना प्रभारी मेघनगर निरीक्षक कुवंर लाल वरकड़े सब इंस्पेक्टर चौकी प्रभारी रंभापुर दिलीपसिंह गौर सहित अन्य पुलिस अधिकारीगण, ग्राम, नगर सुरक्षा समिति सदस्य एवं ग्रामीण जन मौजूद थे.

एसपी ने अपने उद्बोधन में जिले में चल रही भांजगढ़ी प्रथा पर अपनी चिंता जताते हुए इससे निजात पाने की आवश्यकता पर बल दिया. उन्होंने कहा कि जिले में भांजगड़ी जैसी परंपरा प्रचलित है, जिसका दुखदतम पहलू यह है कि जो पीड़ित पक्ष होता है उससे अधिक से अधिक धन की माँग की जाती है, और इसी कारण से पीड़ित व्यक्ति को कई मौकों पर अपनी ज़मीन ज़ायजाद तक बेचने हेतु मजबूर होना पड जाता है. एसपी ने कहा कि झाबुआ पुलिस द्वारा लगातार मुहिम चला कर इस दुखदाई प्रथा को हतोत्साहित किए जाने का प्रयास किया जा रहा है. शुक्ल ने उक्त सम्मेलन में मौजूद ग्राम एवं नगर सुरक्षा समिति सदस्यों सहित आमजनों का आव्हान किया कि वे भांजगडी प्रथा सहित दहेज प्रथा के दुष्प्रभावों को बताते हुए इसे त्यागने हेतु प्रयास करें, साथ ही शिक्षा के संबंध में जागरूकता पैदा करने हेतु आगे आएं.

पुलिस अधीक्षक ने ग्रामीण जनों को ग्राम/नगर सुरक्षा समिति के सदस्यों के कर्तव्यों के बारे में भी विस्तार से बताया और कहा कि जो व्यक्ति ग्राम रक्षा समिति का सदस्य है, वह गांवों की असमानताओं को दूर करने हेतु कार्य करेगा एवं नशा मुक्ति, महिला अत्याचार, सूदखोरी छेड़खानी, एवं अन्य गंभीर अपराध व महिला संबंधी अपराधों के बारे में पुलिस थाने या डायल 100 को सूचना देगा. उन्होंने कार्यक्रम में शामिल ग्रामीणों को कहा कि वे ग्राम नगर रक्षा समिति का सदस्य बनकर समाज को सही दिशा में ले जाने के कार्य में पुलिस का सहयोग करें. कार्यक्रम में ग्राम/नगर सुरक्षा समिति के सदस्यों को लाठी, टीशर्ट, आईडी कार्ड, टोपी, व्हिसल आदि सामग्री वितरित की गई.

शुक्ल ने कार्यक्रम में मौजूद ग्रामवासियों को कहा कि वे अपने बच्चों को कम से कम 12वीं कक्षा तक अवश्य पढ़ाए और न तो कम उम्र में अपने बच्चों की शादी करे, और न ही उन्हें मजदूरी हेतु बाहर ही भेजें. एसपी ने कहा कि आप अपनी बेटी की शादी 18 वर्ष से पहले बिल्कुल न करे. उन्होंने बढ़ते साइबर अपराध के बारे में लोगो को जागरूक करते हुए कहा कि आधुनिक टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल के कारण साइबर सुरक्षा वर्तमान जीवन का अभिन्न अंग बन गया है, किंतु सतर्क रहकर एवं लगातार साइबर टीम द्वारा जारी की जाने वाली एडवाइजरी का पालन कर साइबर क्राइम से बच सकते हैं.

उल्लेखनीय है कि पुलिस अधीक्षक पद्मविलोचन शुक्ल की पहल पर जिले के विभिन्न स्थानों पर ग्राम/नगर सुरक्षा समिति सम्मेलनो का अनवरत रूप से आयोजन किया जा रहा है, जिसमें शिक्षा को लेकर जागरूकता पैदा करने के प्रयासों के साथ ही भांजगड़ी एवं दहेज जैसी कुप्रथाओं के विरुद्ध जनमत बनाए जाने का प्रयास किया जा रहा है.

एसडीओपी थांदला रवीन्द्र राठी ने एसपी के ग्राम, नगर सुरक्षा समितियों को मजबूत करने, तथा जन भागीदारी से शिक्षा के प्रसार एवं दहेज भांजगड़ी जैसी कुप्रथाओं को हतोत्साहित किए जाने संबंधी एसपी के प्रयासों संबंध में चर्चा करते हुए हिंदुस्थान समाचार को कहा कि जिला पुलिस अधीक्षक के नैतृत्व में संपूर्ण जिले में पुलिसिंग में जनता की भागीदारी सुनिश्चित किए जाने का तेजी से प्रयास किया जा रहा है, और इसके बेहतर परिणाम भी मिलना शुरू हो गए हैं. राठी ने ग्राम रंभापुर एवं कालीदेवी का उल्लेख करते हुए कहा कि इन गांवों में जहां आगे आकर ग्राम के युवा सुरक्षा समिति के सदस्य बन रहे हैं, और बड़ी संख्या में रात्रि गश्त में पुलिस के साथ ग्राम सुरक्षा का कार्य कर रहे हैं, वहीं सुरक्षा के दृष्टिकोण से सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने हेतु लोगों को प्रेरित भी कर रहे हैं. राठी ने बताया कि मेघनगर में इन सदस्यों के प्रयासों से शनिवार को जहां एक साथ चार सीसीटीवी कैमरे लगाए गए, वहीं रंभापुर चौकी प्रभारी दिलीपसिंह गौर के प्रयास से उक्त ग्राम के 25 युवकों ने नगर सुरक्षा समिति के सदस्य के रूप में ग्राम सुरक्षा एवं शिक्षा को लेकर जन जागरुकता फैलाने एवं कुप्रथाओं की समाप्ति हेतु कार्य करने का संकल्प लिया है.

—————

/ उमेश चंद्र शर्मा

Explore more on Newspoint
Loving Newspoint? Download the app now