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विकास के रोल मॉडल गुजरात की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है एमएसएमई : मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल

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-वडोदरा में आयोजित क्षेत्रीय सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने लघु उद्योग भारती को राष्ट्रहित का विचार करने वाला संगठन बताया

वडोदर, 29 सितंबर . मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि देश के विकास के रोल मॉडल गुजरात में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) अर्थव्यवस्था की रीढ़ है. सरकार एमएसएमई उद्योगों को ग्लोबल प्लेटफार्म मुहैया कराने और दुनिया के साथ प्रतिस्पर्धा के लिए सक्षम बनाने के लिए सर्वग्राही प्रयास कर रही है.

उन्होंने ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ के माध्यम से ‘विकसित गुजरात से विकसित भारत’ के निर्माण के लिए सभी से प्रतिबद्ध होने का आह्वान किया. यह बात उन्होंने रविवार को वडोदरा में लघु उद्योग भारती गुजरात प्रदेश वडोदरा जिला की ओर से आयोजित क्षेत्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही.

सीएम पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में देश में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में बड़ा परिवर्तन आया है. भारत में अनेक क्षेत्रों में संभावनाओं के नए द्वार खुले हैं. प्रधानमंत्री ने उन्नत और विकसित भारत का मंत्र दिया है. कृषि, सेवा और उद्योग, तीनों ही क्षेत्रों में समग्र विकास के जरिए विकसित भारत की राष्ट्रहित की भावना को बढ़ावा मिला है. मुख्यमंत्री ने कहा कि लघु उद्योग भारती उद्योग हित के साथ-साथ राष्ट्रहित के बारे में विचार करने वाला संगठन है, जो आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया के लिए निरंतर कार्यरत है. उन्होंने उद्योग और राष्ट्र विकास के सामूहिक मंथन के लिए लघु उद्योग भारती द्वारा इस सम्मेलन के आयोजन को सराहनीय बताया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत के आयात को कम करने और निर्यात बढ़ाने के लिए देश में एमएसएमई उद्योग को प्रोत्साहन और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस यानी कारोबार सुगमता में सुधार के साथ-साथ मेक इन इंडिया कार्यक्रम शुरू किया है. उन्होंने कहा कि हाल ही में मेक इन इंडिया कार्यक्रम के 10 वर्ष पूरे हो गए हैं. इन दस वर्षों में भारत मैन्युफैक्चरिंग और इनोवेशन के क्षेत्र में पावर हाउस बन गया है.

भूपेंद्र पटेल ने कहा कि स्पेस से लेकर सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रॉनिक से लेकर इलेक्ट्रिक वाहन जैसे क्षेत्रों में आगे बढ़ने के साथ ही आज भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल फोन निर्माता भी बन गया है. उन्होंने संगठन और उद्योग के बीच सरकार द्वारा निभाई जा रही उत्प्रेरक की भूमिका का उल्लेख करते हुए कहा कि लघु उद्योग भारती छोटे उद्योगों को आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान कर उन्हें मजबूत बनाने में सहायक सिद्ध हो रहा है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में क्लस्टर आधारित विकास और वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट नीति को भी बढ़ावा मिल रहा है. भारत को कला विरासत में मिली है. इस कला-कारीगरी को विकसित करने में लघु उद्योग भारती ऐसे क्लस्टरों को फिर से मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. लघु उद्योग भारती और उसके साथ जुड़े सभी लोग देश की विकास यात्रा के सहभागी बन रहे हैं.

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में राष्ट्र प्रथम की भावना प्रबल बनी है. लघु उद्योग भारती राष्ट्रहित की भावना के साथ देश में उत्पादन बढ़ाने, रोजगार पैदा करने तथा स्थानीय उद्योगों को गति देने के लिए काम कर रही है. यह संगठन गुजरात के सभी जिलों में कार्यरत है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दूरदर्शिता के चलते आज देश में नवाचार को प्रोत्साहन मिला है. इसके कारण नई टेक्नोलॉजी का प्रयोग बढ़ा है. यह बहुत आवश्यक है कि देश में विकसित टेक्नोलॉजी को छोटे और मध्यम उद्योगों के साथ जोड़ा जाए. नई टेक्नोलॉजी से छोटे उद्योगों की उत्पादकता में सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. उन्होंने विश्वास जताया कि लघु उद्योग भारती द्वारा इस दिशा में काम किया जाए तो छोटे उद्योगों को बहुत बड़ा लाभ होगा. लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष घनश्यामभाई ओझा ने कहा कि देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में एमएसएमई का योगदान लगभग 35 फीसदी है. आज गुजरात एमएसएमई के माध्यम से विकास की राह पर आगे बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि लघु उद्योग भारती संगठन के अंतर्गत उद्यमियों के विकास के लिए 1994 में 50 उद्यमियों के साथ मिलकर संगठन की शुरुआत हुई थी. आज देश के 490 जिलों के 55 हजार से अधिक उद्यमियों को जोड़कर लघु उद्योग भारती एक विशाल वट वृक्ष बन गया है. लघु उद्योग भारती के गुजरात और राजस्थान के प्रभारी बलदेवभाई प्रजापति ने कहा कि लघु उद्योग भारती दूसरे संगठनों के साथ प्रतिस्पर्धा नहीं बल्कि समन्वय स्थापित कर आगे बढ़ने वाला संगठन है. इस संगठन द्वारा महिला को सशक्त बनाने तथा अर्थव्यवस्था में उनका योगदान सुनिश्चित करने के लिए महिला उद्यमियों के उत्पाद को ‘स्वयं सिद्धा’ नामक प्रदर्शनी के माध्यम से बाजार तक पहुंचाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि स्वावलंबी अभियान के जरिए प्रत्येक जिले में संगठन का कार्यालय बनाने तथा लघु उद्योगों की सहायता के लिए अथक प्रयास किए जा रहे हैं. इसके साथ ही, संगठन वाटर ऑडिट में भी भारत सरकार के साथ मिलकर महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है.

कार्यक्रम के प्रारंभ में स्वागत भाषण कर्णावती संभाग के महामंत्री संदीपभाई शाह ने किया. कार्यक्रम में गवर्नमेंट ई-मार्केट प्लेस (जेम) और जिला उद्योग केंद्र द्वारा प्रेजेंटेशन दिया गया. इस क्षेत्रीय सम्मेलन में विधानसभा के मुख्य सचेतक बालकृष्ण शुक्ल, लघु उद्योग भारती के अखिल भारतीय संगठन मंत्री प्रकाशचंद्र गुप्ता, गुजरात प्रदेश महामंत्री ईश्वरभाई सज्जन, कर्णावती संभाग अध्यक्ष ईश्वरभाई पटेल, वडोदरा जिला अध्यक्ष श्री विरलभाई चौधरी, महापौर पिंकीबेन सोनी, सांसद हेमांगभाई जोशी, विधायक केयुरभाई रोकड़िया, मनीषाबेन वकील और लुघ उद्योग भारती से जुड़े उद्यमी मौजूद रहे.

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/ बिनोद पाण्डेय

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