नई दिल्ली, 12 नवंबर . प्रख्यात साहित्यकार एवं साहित्य अकादमी के पूर्व सचिव प्रो. इन्द्रनाथ चौधुरी का सोमवार देर रात नई दिल्ली के एक अस्पताल में निधन हो गया. वे 88 साल के थे. साहित्य अकादमी ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है.
साहित्य अकादमी के सचिव डॉ. के. श्रीनिवासराव ने मंगलवार को अपने शोक संदेश में कहा कि प्रो. चौधुरी ने भले ही अपनी नश्वर देह त्याग दी हो, लेकिन अपनी अनगिनत रचनाओं के माध्यम से वे लाखों लोगों के दिलों और यादों में ज़िंदा रहेंगे. साहित्य अकादमी उनके अन्य हज़ारों साहित्य प्रेमियों के साथ उनके निधन पर शोक व्यक्त करती है और भारतीय साहित्य के प्रति उनकी नि:स्वार्थ और असाधारण सेवा के लिए प्रो. चौधुरी के प्रति गहरा सम्मान प्रकट करती है.
प्रो. चौधुरी देश के बेहतरीन साहित्यिक प्रशासकों में से एक थे. साहित्य अकादमी के सचिव और लंदन में नेहरू केंद्र के निदेशक के रूप में उनके कार्यकाल ने उन्हें एक उत्कृष्ट सांस्कृतिक प्रशासक के रूप में व्यापक पहचान दिलाई. साहित्य अकादमी से जुड़ने से पहले उन्होंने कुछ समय दिल्ली विश्वविद्यालय में और फिर डीबीएचपी, हैदराबाद के साथ-साथ बुखारेस्ट विश्वविद्यालय में भी पढ़ाया. वे देश के कई प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में विजिटिंग प्रोफ़ेसर भी रहे.
एक द्विभाषी लेखक के रूप में उन्होंने साहित्य और धर्म सहित संस्कृति के कई पहलुओं पर व्यापक रूप से लिखा, महत्वपूर्ण पुस्तकों का अनुवाद किया. कई प्रतिष्ठित संकलनों का संपादन भी किया. वे दो साल (2013-2015) के लिए एडिनबर्ग नेपियर विश्वविद्यालय, यूके में आईसीसीआर के पहले टैगोर चेयर रहे. अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने विभिन्न विश्वविद्यालयों और संगठनों में व्यापक रूप से व्याख्यान दिए और विभिन्न संकलनों में उनके अनेक शोध पत्र प्रकाशित हुए. भारतीय साहित्य के मौलिक विश्वकोश को लाने, संशोधित करने और प्रकाशित करने के लिए उन्हें दुनियाभर के साहित्य प्रेमियों द्वारा हमेशा याद किया जाएगा.
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/ पवन कुमार
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