Top News
Next Story
NewsPoint

काेटा में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के निर्माण को पर्यावरण मंत्रालय की मिली मंजूरी

Send Push

काेटा, 6 नवंबर . कोटा में प्रस्तावित ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे के निर्माण कार्य को केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय से मंजूरी मिल गई है. बुधवार को संसद भवन में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की अध्यक्षता में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के चेयरमैन और अधिकारियों के साथ राजस्‍थान राज्य प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक हाईब्रिड मोड में आयोजित की गई. बैठक में हवाई अड्डे के निर्माण की प्रगति, पर्यावरणीय पहलुओं, और अन्य आवश्यक स्वीकृतियों की समीक्षा के साथ दिसंबर 2027 तक हवाई अड्डा निर्माण कार्य पूर्ण कर संचालन प्रारंभ करने की समय-सीमा तक की गई.

राजसथान के वन विभाग के हेड ऑफ फॉरेस्ट अरिजीत बनर्जी ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि कोटा ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे के लिए भारत सरकार के पयार्वरण मंत्रालय से भूमि हस्तांतरण की अनुमति मिल गई है. राजस्थान सरकार के वन विभाग ने भी इस योजना को स्वीकृति दे दी है.

बैठक में एएआई के अधिकारियों ने बिरला को बताया कि कोटा ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे का निर्माण कार्य समस्‍त आवश्‍यक स्‍वीकृतियों के बाद मई 2025 से प्रारंभ कर दिया जाएगा और इस हवाई अड्डे का संचालन दिसंबर 2027 तक शुरू कर दिया जाएगा. यह हवाई अड्डा राजस्थान के कोटा शहर से लगभग 25 किलोमीटर दूर 1005 एकड़ क्षेत्र में निर्मित किया जा रहा है. इस हवाई अड्डे में 3200 मीटर लंबा और 45 मीटर चौड़ा रनवे होगा. नवीन हवाई अड्डे पर सात विमान पार्किंग क्षेत्रों का निर्माण किया जाएगा. यह हवाई अड्डा प्रति वर्ष 20 लाख यात्रियों और प्रति घंटे 1,000 यात्रियों की क्षमता देगा. हवाई अड्डे को एनएच-52 से जोड़े जाने के लिए चार लेन की 30 मीटर संपर्क सड़क निर्माण का भी प्रस्ताव है. इस हवाई अड्डे को इस रूप में नियोजित किया जा रहा है कि वर्तमान में घरेलू उड़ानों में उपयोग में आ रहे सबसे बड़े हवाई जहाज भी यहां से उड़ान भर सकेंगे. भविष्य में अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भी संचालित हो सकेंगी.

हवाई अड्डे के साथ पायलट प्रशिक्षण के लिए फ्लाइंग क्लब, फ्लाइंग स्कूल का विकास किया जाएगा. रक्षा मंत्रालय ने जुलाई 2023 में कोटा हवाई अड्डे के लिए एनओसी जारी की थी. इसके बाद, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया और राजस्थान सरकार के बीच जुलाई 2024 में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट परियोजना के लिए एक समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित हुआ था. इसी माह डीपीआर का काम भी पूरा कर लिया जायेगा. बैठक में एएआई ने बताया कि प्रथम चरण में 1005 एकड़ क्षेत्रफल में 3200 मीटर लंबी हवाई पट्टी, सात पार्किंग बे, 20000 वर्ग मीटर टर्मिनल बिल्डिंग, 14 चैक-इन काउंटर, दाे कन्वेयर बेल्ट व चार एक्स-बिस के साथ सालाना 20 लाख यात्रियों के लिए परिवहन सुविधाएं विकसित की जाएगी.

बैठक में पीजीसीआईएल के लाईन शीघ्र स्‍थानांतरित करने, पेयजल आपूर्ति के लिए शीघ्र डिमाण्‍ड नोट जमा कर कार्य प्रारंभ करने, विद्युत आपूर्ति के लिए शीघ्र डिमाण्‍ड नोट जमा कर कार्य प्रारंभ करने, संपर्क सड़क का शीघ्र निर्माण करने, 11 केवी लाईन शीघ्र स्‍थानांतरित करने व अन्‍य अंतर-विभागीय मुद्दों का समाधान कर समस्‍त कार्यों की समय-सीमा निर्धारित की गई.

—————

/ रोहित

Explore more on Newspoint
Loving Newspoint? Download the app now