शोणितपुर, (असम), 05 नवंबर . प्रदेश कांग्रेस की उपाध्यक्ष मीरा बरठाकुर ने आरोप लगाया है कि यह बाकी और फांकी की सरकार है. उन्होंने आज उपचुनाव में प्रचार करने के बाद बिहाली में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि असम के लोग समझ गए हैं कि यह बाकी है और फांकी की सरकार है. उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा के साढ़े तीन साल के कार्यकाल में असम पर 1,42,000 करोड़ रुपये के कर्ज का बोझ चढ़ गया है.
एक प्रश्न के उत्तर में मीरा ने कहा कि भबेश कलिता भाजपा अध्यक्ष हो सकते हैं, लेकिन गौरव गोगोई नहीं बन सकते. कलिता मुख्यमंत्री द्वारा कही गई बातों को कहते हैं. मीरा ने कहा कि लोग भबेश कलिता की बातें नहीं सुन रहे हैं. लोगों के सामने महंगाई, भ्रष्टाचार, सरकारी टैक्स आदि का मुद्दा है. उन्होंने कहा कि बाइक पर हेलमेट नहीं लगाने वालों से दो हजार रुपये, नो पार्किंग में बाइक खड़ी करने से दो हजार रुपये की फाइन सरकार वसूली कर रही है. यह सरकार लोगों को परेशान कर रही है. उन्होंने कहा कि लोग इस बार स्मार्ट मीटर और महंगाई के खिलाफ वोट करेंगे.
कांग्रेस नेता बरठाकुर ने आरोप लगाया कि रुपये के बल पर वोट ख़रीदने की कोशिशें की जा रही हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा सांसद रंजीत दत्ता के चाय बागान में मजदूरों को महज 150 रुपए की दैनिक मजदूरी दी जाती है. इतने लंबे समय तक विधायक रहकर भी रंजीत दत्ता ने लोगों के लिए कोई काम नहीं किया. उन्होंने कहा कि गौरव गोगोई के नेतृत्व में बिहाली को बचाया जा सकता है.
उल्लेखनीय है कि प्रदेश कांग्रेस में इन दिनों गौरव गोगोई को वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष भूपेन बोरा के मुकाबले अधिक तरजीह दी जा रही है. बिहाली विधानसभा उपचुनाव के मुद्दे पर प्रदेश कांग्रेस में व्याप्त अंदरूनी खींचतान खुलकर सामने आ गया है. इस सीट पर टिकट देने के मुद्दे पर सांसद गौरव गोगोई और प्रदेश अध्यक्ष भूपेन बोरा खुलकर आमने-सामने आ गए. ऐसे में बिहाली तथा अन्य चार विधानसभा क्षेत्रों की जनता कांग्रेस उम्मीदवारों पर कितना भरोसा कर सकेगी, यह आने वाला समय ही बताएगा. मतदान का दिन 13 नवंबर के नजदीक आने के साथ ही राजनीतिक दलों की गतिविधियां और तेज होती जा रही है.
/ श्रीप्रकाश
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