महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 का माहौल गरमा चुका है. राजनीतिक पार्टियों के दावों और वादों के बीच जनता का ध्यान महाविकास अघाड़ी और महायुति सरकार के कार्यकाल की तुलना पर टिका है.
एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में महायुति सरकार ने पिछले ढाई वर्षों में जो विकास कार्य किए हैं, उसने जनता का विश्वास मजबूत किया है. वहीं, महाविकास अघाड़ी की अधूरी योजनाओं और कमजोर क्रियान्वयन ने इसे बैकफुट पर ला खड़ा किया है.
महायुति सरकार ने महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए माझी लड़की बहिन योजना, झील लड़की योजना, और अन्नपूर्णा योजना जैसी योजनाएं लागू कीं.
- ₹1500 प्रति माह का वजीफा पात्र महिलाओं को दिया गया.
- महिलाओं को हर साल तीन मुफ्त गैस सिलेंडर उपलब्ध कराए गए.
- लड़कियों को फ्री उच्च शिक्षा का अवसर दिया गया.
महाविकास अघाड़ी सरकार के कार्यकाल में महिलाओं के लिए ऐसी योजनाओं का अभाव रहा.
किसानों और युवाओं के लिए योजनाएंकिसानों और युवाओं के कल्याण के लिए महायुति सरकार ने कई बड़े कदम उठाए:
- किसान सम्मान निधि योजना में राज्य सरकार ने ₹500 प्रति माह अतिरिक्त सहायता दी.
- ₹1 फसल बीमा योजना और कृषि बिजली बिल माफी योजना लागू की गई.
- ऑन-द-जॉब ट्रेनिंग और सारथी बार्टी जैसी योजनाओं के माध्यम से ₹14,000 करोड़ की राशि शिक्षा और प्रशिक्षण के लिए आवंटित की गई.
- युवाओं के लिए लड़का भाऊ योजना और रोजगार मेलों का आयोजन किया गया, जिससे 1 लाख 51 हजार युवाओं को रोजगार मिला.
महाविकास अघाड़ी के समय रोजगार सृजन की रफ्तार काफी धीमी थी, जिससे युवाओं में निराशा फैली.
सरकारी नौकरियों में बड़ा कदममहायुति सरकार ने सरकारी पदों पर भर्ती में तेजी लाते हुए:
- 75,000 पदों पर भर्ती पूरी की.
- 18,000 पुलिस कांस्टेबल के पद भरे.
- आंगनवाड़ी और कृषि सेवकों के वेतन में वृद्धि की.
महाविकास अघाड़ी के कार्यकाल में इस दिशा में ठोस पहल नहीं की गई.
स्वास्थ्य क्षेत्र में नए कीर्तिमानमहायुति सरकार ने स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार के लिए कई योजनाएं शुरू कीं:
- महात्मा फुले जन आरोग्य योजना के तहत बीमा कवर को ₹1.5 लाख से बढ़ाकर ₹5 लाख किया.
- सैकड़ों क्लिनिक योजना के तहत मरीजों को मुफ्त स्वास्थ्य जांच का लाभ दिया गया.
- 10 नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना का निर्णय लिया गया.
स्वास्थ्य सेवाओं के मामले में महाविकास अघाड़ी सरकार का प्रदर्शन संतोषजनक नहीं रहा.
धारावी पुनर्विकास और बुनियादी ढांचा विकासमहायुति सरकार ने:
- धारावी पुनर्विकास परियोजना को तेज गति दी.
- अटल सेतु और मुंबई मेट्रो 3 जैसी परियोजनाओं को पूरा किया.
- सड़कों, राजमार्गों और बंदरगाहों के निर्माण में तेजी लाई.
महाविकास अघाड़ी के समय ये परियोजनाएं या तो धीमी गति से चल रही थीं या ठप थीं.
महाविकास अघाड़ी की कमजोरियांमहाविकास अघाड़ी सरकार ने अपने ढाई साल के कार्यकाल में:
- गरीबों के लिए केवल 6 लाख 57 हजार घर बनाए, जबकि महायुति ने 10 लाख 52 हजार घर बनाए.
- प्राकृतिक आपदाओं में किसानों को ₹8,701 करोड़ की मदद दी, जबकि महायुति ने ₹16,309 करोड़ की सहायता प्रदान की.
- स्वयं सहायता समूहों को ₹13,941 करोड़ की सहायता दी, जबकि महायुति ने इसे बढ़ाकर ₹28,811 करोड़ कर दिया.
महाविकास अघाड़ी की नीतियों की कमजोर क्रियान्वयन प्रक्रिया ने इसे जनता की नजरों में कमजोर बना दिया.
जनता की राय: महायुति बेहतरमहाराष्ट्र की जनता का मानना है कि महायुति सरकार ने न केवल वादे किए, बल्कि उन्हें पूरा भी किया.
- रोजगार सृजन,
- किसानों और महिलाओं का सशक्तिकरण,
- स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे में सुधार जैसे कार्यों ने महायुति को मजबूती दी है.
वहीं, महाविकास अघाड़ी की अधूरी योजनाओं और कमजोर शासन ने जनता को निराश किया है.
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