जम्मू, 30 सितंबर . गांधी जयंती के अवसर पर जीजीएम साइंस कॉलेज, जम्मू में गांधीवादी शांति और संघर्ष अध्ययन केंद्र ने महात्मा गांधी की विरासत और अहिंसा और सत्य पर उनकी शिक्षाओं को याद करने के लिए कई प्रेरक कार्यक्रम आयोजित किए. गतिविधियों का व्यापक विषय अहिंसा और सत्य का गांधीवादी दर्शन था, जो इस बात पर केंद्रित था कि ये सिद्धांत आज भी सामाजिक मूल्यों को कैसे आकार दे रहे हैं.
कार्यक्रमों में एक संगोष्ठी, नारा लेखन प्रतियोगिता, निबंध लेखन प्रतियोगिता, भजन गायन और रील बनाने की गतिविधियाँ शामिल थीं. निबंध लेखन प्रतियोगिता का विषय एक सतत भविष्य के लिए गांधी जी का दृष्टिकोण था, जिसमें प्रतिभागियों को पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास के गांधी के आदर्शों पर विचार करने के लिए प्रोत्साहित किया गया.
रचनात्मक और बौद्धिक कार्यक्रमों के अलावा, छात्रों द्वारा एक स्वच्छता अभियान चलाया गया, जिसमें इस बात पर जोर दिया गया कि समाज में स्वच्छता और स्थिरता को बढ़ावा देने में शिक्षा कैसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. इस पहल ने गांधी जी की स्वच्छता को नैतिक जिम्मेदारी मानने की धारणा और व्यक्तिगत तथा पर्यावरणीय कल्याण से इसके जुड़ाव को दर्शाया.
कार्यक्रम में छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया. पूरा कार्यक्रम प्राचार्य डॉ. रोमेश कुमार गुप्ता और केंद्र की संयोजक डॉ. सीमा गंडोत्रा के संरक्षण में आयोजित किया गया. कार्यक्रमों की श्रृंखला ने न केवल राष्ट्रपिता को सम्मानित किया, बल्कि छात्रों के लिए एक मंच के रूप में भी काम किया, जहां वे इस बारे में अपने विचार व्यक्त कर सकें कि गांधीवादी सिद्धांत किस तरह से शांतिपूर्ण और टिकाऊ भविष्य को प्रेरित कर सकते हैं.
/ राहुल शर्मा
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