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दुनिया की 21वीं शताब्दी भारत की शताब्दी : ओम बिरला

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-लोकसभा अध्यक्ष बोले, मोदी के नेतृत्व में तेजी से आगे बढ़ रहा भारत, दुनिया के देशों में बढ़ा विश्वास

-विद्यार्थी जीवन से आती है हर चुनौतियों को अवसर में बदलने की क्षमता

देहरादून, 17 नवंबर . लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि दुनिया की 21वीं शताब्दी भारत की शताब्दी होगी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज भारत दुनिया का नेतृत्व कर रहा है. हर दिशा में भारत आगे बढ़ रहा है. प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व क्षमता के कारण दुनिया में भारत का विश्वास बढ़ा है. उन्होंने कहा कि भौतिक संसाधनों में तेजी से आगे बढ़ रहा भारत आज आध्यमिक, धर्म और संस्कारों के कारण दुनिया का नेतृत्व कर रहा है. दुनिया के विकसित देशों के अंदर भी उस विकसित देश को आगे बढ़ाने में भारत के नौजवानों का योगदान है.

रविवार को प्रेमनगर नंदा की चौकी स्थित एक स्कूल के वार्षिकोत्सव समारोह में बतौर मुख्य अतिथि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि हर चुनौतियों को अवसर में बदलने की क्षमता विद्यार्थी जीवन से आती है. आज विद्यार्थी जीवन में ऐसे संस्कार व शिक्षा दिए जाने की आवश्यकता है कि दुनिया की 21वीं शताब्दी भारत की शताब्दी हो. यह जिम्मेदारी नौजवानों की है. भारत में कई ऐसी शख्सियत हैं जिन्होंने अभावों में रहकर कठिन चुनौतियों से विज्ञान व तकनीकी में बड़े अविष्कार किए हैं. पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम के जीवन से बड़ी प्रेरणा मिलती है. उन्होंने भारत का नाम दुनिया में किया है.

भारत की संसद में आएं और स्वतंत्रता सेनानियों की जीवनी के दर्शन करें विद्यार्थी

उन्होंने सभी विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वह भारत की संसद में आएं और स्वतंत्रता सेनानियों की जीवनी के दर्शन करें जिन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया और भारत के निर्माण का रास्ता बनाया. जब हम उनके उनके जीवन दर्शन को समझेंगे और पढ़ेंगे तो नई प्रेरणा मिलेगी. इसलिए हमने नया विचार दिया है कि भारत में पढ़ने वाला हर विद्यार्थी संसद में आए और देखे कि किस तरह लोकतंत्र के माध्यम से भारत के इस 75 वर्ष की यात्रा में मजबूत नेतृत्व देने का काम हुआ है.

छात्रों की हौसला अफजाई कर किया सम्मानित

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला व पर्यावरणविद पद्मभूषण डॉ अनिल जोशी ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की. इस दौरान आईटीबीपी के जवानों ने बैंड प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. मुख्य अतिथि ने भारत के प्रथम सीडीएस जनरल बिपिन रावत की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया और परिसर में पौधा रोपा. साथ ही हवन यज्ञ में प्रतिभाग किया. मुख्य अतिथि ने छात्रों की हौसला अफजाई करते हुए उन्हें सम्मानित भी किया.

विद्यार्थियों के लिए विद्यार्थी जीवन स्वर्णिम काल

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने वार्षिकोत्सव समारोह में छात्रों और अभिभावकों सहित सभी को शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा कि जब भी मैं उत्तराखंड आता हूं मुझे नई ऊर्जा और प्रेरणा के साथ काम करने की नई दिशा मिलती है. लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि जीवन में विद्यार्थियों के लिए विद्यार्थी जीवन स्वर्णिम काल होता है. जहां वह जिंदगी को जीता है और उसके साथ-साथ अपने कैरियर का निर्माण भी करता है. वह अपने मित्रों-सहयोगियों के साथ लंबे समय गुजारने का अवसर विद्यालय में पाता है और जिंदगी के स्वर्णिम अवसर जीता है. वहीं विद्यालय के अध्यापक भी विद्यार्थियों के बेहतर भविष्य के लिए अपना जीवन समर्पित कर देते हैं. विद्यालय संचालक छात्रों में अच्छे गुण विकसित कर रहे हैं. विद्यालय में शुरुआत अगर विशिष्ट ज्ञान व गुणों से होती है तो जीवन बेहतर होता है.

सीडीएस बिपिन रावत की प्रतिमा से मिलती है अनुशासन व देशभक्ति की प्रेरणा

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि विद्यालय में स्थित सीडीएस जनरल बिपिन रावत की प्रतिमा से हमें अनुशासन व देशभक्ति की प्रेरणा मिलती है. देश की रक्षा करने वाले सैनिकों से लेकर अधिकारियों तक इस धरती पर निवास करते हैं और उनकी इच्छा रहती है कि देहरादून में पढ़ने वाला हर विद्यार्थी अनुशासित और राष्ट्रभक्त नौजवान बनें.

भारत के विद्यार्थियों में ज्ञान, विज्ञान, नए विचार, शोध व रिसर्च की अद्भुत क्षमता और आध्यात्मिक ऊर्जा भी

लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि पद्मश्री, पद्म विभूषण अनिल जोशी ने पर्यावरण को लेकर देश में नया जनांदोलन खड़ा किया और कहा कि जल-जंगल-जमीन को बचाने की प्रेरणा विद्यार्थियों को बाल्यकाल से मिलनी चाहिए. वह अपने जीवन को पर्यावरण के अुनकूल जीएं. वह जल को संचय करने का प्रयास किएं. ओम बिरला ने कहा कि उन्हें गर्व है भारत के नौजवान विद्यार्थियों पर जिनमें ज्ञान, विज्ञान, नए विचार, शोध व रिसर्च की अद्भुत क्षमता है और आध्यात्मिक ऊर्जा भी है. इस अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष ने छात्रों की प्रस्तुति और स्कूल के कार्यों की सराहना की.

इस मौके पर पर्यावरणविद पद्मभूषण डा. अनिल जोशी, स्कूल के चेयरमैन विजय नागर, निदेशक शैलेन्द्र बेंजामिन, प्रिंसिपल बेला सहगल, उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ गीता खन्ना, सीबीएसई के पूर्व क्षेत्रीय अधिकारी डॉ रणबीर सिंह आदि उपस्थित रहे.

/ कमलेश्वर शरण

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