फतेहपुर, 16 नवंबर . सऊदी अरब के रियाद शहर में एक युवक को नौकरी दिलाने का झांसा देकर योजनाबद्ध तरीके से पड़ोसी गांव के एक व्यक्ति ने उससे एक लाख रुपये ठग लिए. जॉब न मिलने पर युवक विदेश से वापस आ गया. आरोप है कि इसके बाद पीड़ित ने जब रुपए वापस मांगे तो गाली गलौज कर भगा दिया. इस मामले में कोर्ट के आदेश पर शनिवार को पुलिस ने धोखाधड़ी के साथ अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू की है.
बकेवर थाना क्षेत्र के भैसौली गांव निवासी पीर गुलाम ने बताया कि कोरोना काल के दौरान वह और उसका परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा था. पड़ोसी गांव जिगनी निवासी मोहम्मद इशाक पीड़ित पीर गुलाम का पूर्व परिचित था. जिसके चलते अच्छी जान पहचान हो गई थी. पीर गुलाम की आर्थिक परिस्थितियों को देखकर इशाक ने कहा कि उसकी सऊदी अरब में कई कंपनी वालों से अच्छी पहचान है और वह सऊदी अरब में पीर गुलाम के बेटे जाबिर अली को हाउस ड्राइवर की नौकरी दिलवा देगा. पीर गुलाम बेटे को नौकरी दिलाने के लिए तैयार हो गया.
इसके बाद इशाक ने वीजा के लिए एक लाख रुपये की मांग की. इस पर पीर गुलाम ने 24 सितंबर 2022 से लेकर 8 नवंबर 2022 के बीच नकद और सऊदी अरब के रियाद में पहले से रह रहे अपने बड़े बेटे जाकिर अली से कहकर इशाक के फोन पे नम्बर पर एक लाख रुपये ट्रांसफर करवाये. इसके बाद 8 नवंबर को ही जाकिर दिल्ली से रियाद शहर पहुंच गया. वहां पहुंचने पर उसे कोई नौकरी नहीं मिली. तब जाकिर अपने बड़े भाई के पास पहुंचा. भाई ने भी कहा कि यहां पर कोई नौकरी नहीं है.
इस पर ज़ाकिर मजबूर होकर वापस आ गया. इस दौरान किराए में भी हजारों रुपए बर्बाद हुए. आरोप है कि जब पीड़ित ने इशाक से रुपए वापस मांगे तो गाली गलौज कर भगा दिया. पीड़ित पीर गुलाम ने योजनाबद्ध तरीके से इशाक पर लाखों रुपए ठगने का आरोप लगाते हुए स्थानीय थाना पुलिस को शिकायती पत्र दिया था लेकिन कोई सुनवाई न होने पर पीड़ित ने कोर्ट की शरण ली.
थानाध्यक्ष संगीता यादव ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी के साथ अन्य सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. जांच के बाद मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी.
/ देवेन्द्र कुमार