नई दिल्ली, 5 नवंबर . विश्व की नंबर एक खिलाड़ी आर्यना सबालेंका ने सोमवार को चौथी वरीयता प्राप्त इतालवी खिलाड़ी जैस्मीन पाओलिनी को 6-3, 7-5 से हराकर डब्ल्यूटीए फाइनल्स के सेमीफाइनल में प्रवेश किया. इस जीत के साथ ही वह पर्पल राउंड-रॉबिन ग्रुप में अपराजित रहीं.
26 वर्षीय खिलाड़ी साल के अंत में नंबर एक रैंकिंग हासिल करने के कगार पर है. बुधवार को अंतिम ग्रुप मैच में एलेना रयबाकिना पर जीत या अपनी प्रतिद्वंद्वी पोलैंड की इगा स्वियाटेक से हार, बेलारूसी खिलाड़ी के लिए साल के अंत में शीर्ष स्थान सुनिश्चित कर देगी.
सबालेंका की जीत और चीनी खिलाड़ी झेंग किनवेन की रयबाकिना पर पहले 7-6(4), 3-6, 6-1 की जीत ने सुनिश्चित किया कि शीर्ष वरीयता प्राप्त खिलाड़ी बुधवार को अपने अंतिम परिणाम के बावजूद अपने समूह में पहले स्थान पर रहेगी, जिससे वह अंतिम चार में पहुंचने वाली पहली खिलाड़ी बन जाएंगी.
ऑस्ट्रेलियन ओपन और यू.एस. ओपन चैंपियन सबालेंका ने रियाद में सातवीं वरीयता प्राप्त झेंग के खिलाफ अपना पहला मैच भी जीता. चीनी खिलाड़ी और पाओलिनी, जिनका रिकॉर्ड 1-1 है, दोनों सेमीफाइनल के लिए दावेदारी में हैं और बुधवार को उनका आमना-सामना होगा.
स्वियाटेक एकमात्र खिलाड़ी हैं जो सबालेंका से आगे निकल सकती हैं. मंगलवार को कोको गॉफ से खेलने वाली 23 वर्षीय खिलाड़ी को अपना खिताब बनाए रखना होगा और उम्मीद करनी होगी कि सबालेंका अपने शेष मैच हार जाएं, ताकि साल के अंत में नंबर एक स्थान हासिल कर सकें.
सबालेंका ने अपनी जीत के बाद कहा, मुझे खुद पर गर्व है. सिर्फ़ खुद पर नहीं, बल्कि मेरी टीम पर भी. हम कई चीज़ों पर काबू पाने में सफल रहे. इतना बढ़िया टेनिस दिखाने और दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी बनना, टीम वर्क है. यह सिर्फ़ मैं ही नहीं कर सकती. कोई भी पर्दे के पीछे के काम को नहीं देखता. लेकिन वे मेरे लिए बहुत कुछ करते हैं. वे मेरे लिए जो कुछ भी करते हैं, उसके लिए मैं उनकी सराहना करती हूं. यह मेरे लिए इस कोर्ट पर जीतते रहने की प्रेरणा है. वे खिलाड़ी अब तक की सर्वश्रेष्ठ टीम कहलाने के हकदार हैं.
सबालेंका 2013-2014 में सेरेना विलियम्स के बाद से लगातार दो बार डब्ल्यूटीए फाइनल में दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी के रूप में पहुंचने वाली पहली खिलाड़ी हैं.
22 वर्षीय झेंग ने 25 वर्षीय कजाख खिलाड़ी रयबाकिना के खिलाफ अपने करियर की पहली जीत दर्ज की. उन्होंने सबालेंका से मिली हार से उबरते हुए 1972 के बाद से फाइनल्स में मैच जीतने वाली ली ना के बाद दूसरी चीनी खिलाड़ी बन गईं.
रियाद में फिटनेस संबंधी समस्याओं के कारण पहुंची रयबाकिना को दूसरी बार हार का सामना करना पड़ा.
झेंग ने कहा, मैं यह मैच जीतकर बहुत खुश हूं, क्योंकि मैंने उसे पहले कभी नहीं हराया था और वह इस समय टूर पर सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक है. भले ही दूसरे सेट में मेरे पास मौका था और मैंने उसे भुनाया नहीं, लेकिन मैं खुश हूं कि मैंने तीसरे सेट में वापसी की और अपना ध्यान केंद्रित रखा.
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दुबे
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