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देवभूमि उत्तराखंड को अब खेल भूमि उत्तराखंड के नाम से भी जाना जाय : रेखा आर्या

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हरिद्वार, 20 नवंबर . उत्तराखंड की खेल मंत्री रेखा आर्या ने हरिद्वार में राष्ट्रीय ग्रेपलिंग प्रतियोगिता के समापन समारोह में विजेता खिलाड़ियों को मेडल प्रदान किए. इस प्रतियोगिता में 22 राज्यों के 2500 खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया. प्रतियोगिता में हरियाणा पहले, राजस्थान दूसरे तथा उत्तर प्रदेश की टीम तीसरे स्थान पर रही. उत्तराखंड की टीम ने भी अच्छा प्रदर्शन करते हुए 13 पदक प्राप्त किए.

राज्य की खेल मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि पहली बार इतने बड़े स्तर पर ग्रेपलिंग से जुड़ी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है, जो कि प्रदेश के खिलाड़ियों के लिए एक बड़ा अवसर है और इसके लिए मैं ग्रेपलिंग कमेटी ऑफ़ इंडिया को विशेष धन्यवाद देती हूं.

उन्होंने कहा कि पहले लोगों को खेल के क्षेत्र में भविष्य को लेकर असुरक्षा महसूस होती थी लेकिन जब से प्रधानमंत्री मोदी द्वारा खिलाड़ियों को सम्मान देकर नई पहचान दी और राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों से प्रधानमंत्री मोदी द्वारा सीधा संवाद किया जा रहा है इस से खिलाड़ियों को नया हौसला मिल रहा है.

खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि ग्रेपलिंग ने अपने अस्तित्व में आने के बाद इन 3 वर्षों में काफी तरक्की की हैं. उन्होंने कहा कि हम सभी ग्रेपलिंग के खिलाड़ियों को भविष्य की प्रतिस्पर्धा के लिए शुभकामनाएं देते हैं, और उम्मीद करते है कि निकट भविष्य में राष्ट्रीय खेल, एशियन गेम्स व ओलंपिक जैसे बड़े आयोजनों में भी इसको शामिल किया जाएगा. उन्होंने ग्रेपलिंग के आयोजन को देवभूमि उत्तराखंड में कराने के लिए ग्रेपलिंग कमेटी ऑफ़ इंडिया का आभार जताते हुए कहा कि संपूर्ण भारत से आये बच्चों से संवाद करने का और ग्रैपलिंग के खेल से परिचित होने का अवसर मिला.

खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि हमारी सरकार का प्रयास है की देवभूमि को अब दुनिया खेल भूमि उत्तराखण्ड के नाम से जाने. खेल विभाग उत्तराखण्ड ग्रेपलिंग के लिये हमेशा संभव मदद और सहयोग प्रदान करेगा.

इस कार्यक्रम में खेल मंत्री रेखा आर्या के साथ ग्रेपलिंग कमेटी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष दिनेश कपूर, सचिव बिरजू शर्मा, सचिव उत्तराखण्ड ग्रेपलिंग राजेंद्र सिंह रावत, उपाध्यक्ष बीरेन्द्र सिंह राठौड़ समेत ग्रेपलिंग कमेटी ऑफ इंडिया के पदाधिकारी मौजूद रहे.

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/ डॉ.रजनीकांत शुक्ला

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