– संभाग आयुक्त ने “हमारी धरोहर– संस्कृति एवं सभ्यता की पहचान” विषय पर आयोजित व्याख्यान माला का किया शुभारंभ
ग्वालियर, 20 नवंबर . भारत की पुरातात्विक धरोहर काफी समृद्ध है. युवा पीढ़ी को अपनी समृद्ध ऐतिहासिक विरासत, संस्कृति, वैज्ञानिक व महापुरुषों के बारे में जानकारी होना चाहिए. इसकी जानकारी होने से ज्ञानवर्धन के साथ-साथ आत्मसम्मान भी बढ़ता है. प्राचीन धरोहरों के सदुपयोग के साथ-साथ उसे सहेजने की जिम्मेदारी भी लेने की जरूरत है. यह विचार बुधवार को संभाग आयुक्त मनोज खत्री ने राज्य संरक्षित स्मारक मोतीमहल के दरबार हॉल में “हमारी धरोहर – संस्कृति एवं सभ्यता की पहचान” विषय पर आयोजित व्याख्यान माला के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कही.
विश्व धरोहर सप्ताह के तहत बुधवार को मोतीमहल में इस व्याख्यान माला का आयोजन किया गया. संभाग आयुक्त खत्री ने दीप प्रज्ज्वलन कर व्याख्यान माला का शुभारंभ किया. व्याख्यान माला में विभिन्न शिक्षण संस्थानों के लगभग 300 विद्यार्थियों ने सहभागिता की. इस अवसर पर विद्वान वक्ताओं ने “हमारी धरोहर – संस्कृति एवं सभ्यता की पहचान” विषय पर ज्ञानवर्धक व्याख्यान दिए.
व्याख्यान माला में उप संचालक पुरातत्व अभिलेखागार एवं संग्रहालय उत्तरी क्षेत्र पीसी महोबिया, सेवानिवृत्त प्राध्यापक जीवाजी विश्वविद्यालय डॉ. एसके द्विवेदी, माधव महाविद्यालय के विभागाध्यक्ष प्रो. मनोज अवस्थी, पीजी कॉलेज दतिया के प्रो. डॉ. योगेश यादव, प्राचार्य मिसहिल स्कूल डॉ. एम पी सिंह, प्राचार्य महिला पॉलीटेक्निक कॉलेज आफ्ताब सिद्दीकी तथा कलाविद् मधुसूदन शर्मा सहित अन्य अतिथिगण मौजूद थे.
तोमर
You may also like
Churu नगर परिषद कर्मचारी की हार्ट अटैक से मौत, छाया सन्नाटा
Bundi गायक रूपकुमार राठौर व सोनाली राठौर ने मंच पर बिखेरी धूम, झूमे लोग
अब खतरनाक ड्राइविंग करने वालों पर कसेगी नकेल, सरकार रडार से सिखाएगी सबक
बिहार के पूर्वी चंपारण में विशेष प्रार्थना के नाम पर चल रहा है धर्म परिवर्त्तन का खेल, विहिप की टीम करेगी जांच
अधिक सिजेरियन प्रसव कराने वाले निजी नर्सिंग अस्पताल अब खतरें में