कठुआ 11 नवंबर . मुख्य कृषि अधिकारी कठुआ संजीव राय गुप्ता ने जिले के कृषि उपमंडल कठुआ के जोन एरवां में गेहूं की फसल की किस्म डीबीडब्ल्यू-222 के साथ 100 हेक्टेयर क्षेत्र को कवर करने वाले पंचायत मुकंदपुर के गांव माडा में बीज ग्राम कार्यक्रम का उद्घाटन किया.
ग्राम माड़ा में बीज ग्राम कार्यक्रम के रूप में विभाग की बाय बैक योजना के तहत गेहूं की फसल बोने के लिए प्रगतिशील किसानों द्वारा सुपर सीडर का उपयोग किया जा रहा है. सुपर सीडर की मदद से मशीनीकृत खेती की शुरुआत करते हुए संजीव राय गुप्ता ने कहा कि सुपर सीडर मानव श्रम की लागत को बचाकर इनपुट लागत को कम करता है और बीज की खपत को लगभग 10 प्रतिशत तक कम करता है. परंपरागत रूप से एक हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं की फसल बोने पर 3500 रुपये प्रति हेक्टेयर की लागत आती है, लेकिन मशीनीकृत खेती से सुपर सीडर जैसी बहुउद्देशीय मशीनरी के उपयोग से खेती की लागत 600 रुपये प्रति हेक्टेयर तक कम हो जाती है. सीएओ कठुआ ने कहा कि सब डिवीजन कठुआ और दयालाचक के निचले इलाकों में गेहूं का क्षेत्रफल लगभग 28000 हेक्टेयर है और विभाग ने क्षेत्र में बहुउद्देशीय मशीनरी सुपर सीडर का उपयोग करके 20000 हेक्टेयर बुआई का लक्ष्य निर्धारित किया है. यह भी उल्लेख करना उचित है कि समग्र कृषि विकास कार्यक्रम के तहत किसानों को ऐसी मशीनरी खरीदने में 50 प्रतिशत सब्सिडी का लाभ मिल रहा है और कृषि उत्पादन और किसान कल्याण विभाग कठुआ किसानों को विभागीय सब्सिडी पर आधुनिक कृषि मशीनरी खरीदने की सुविधा दे रहा है. माडा गांव के प्रगतिशील किसान विजय कुमार ने क्षेत्र में बीज ग्राम कार्यक्रम की शुरुआत पर खुशी व्यक्त की. इस अवसर पर संजीव चिब एईओ (एरवां) और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे.
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/ सचिन खजूरिया
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