– मुख्यमंत्री ने अरविंदों हॉस्पिटल इंदौर में प्रसव-प्रतीक्षालय का किया शुभारंभ
– कहा- स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में प्रसव-प्रतीक्षालय की नवाचारी पहल, मील का पत्थर
इंदौर, 5 नवंबर . मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंगलवार देर शाम इंदौर के श्री अरविंदो यूनिवर्सिटी में अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त प्रसव-प्रतीक्षालय का शुभारंभ किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश और मध्य प्रदेश स्वास्थ्य सेवाओं को क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ा रहा है. मेडिकल टूरिज्म डेवलपमेंट करने की सोच विकसित हो रही है. प्रसव-प्रतीक्षालय की पहल स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने में सहायक सिद्ध होगी. प्रसव-प्रतीक्षालय का नवाचार अभिनव पहल है. प्रसव-प्रतीक्षालय से दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्र की प्रसूता महिलाओं एवं उनके परिजनों को समय पर स्वास्थ्य सेवा का लाभ मिलेगा.
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रसव-प्रतीक्षालय की यह नवाचारी पहल स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में मिल का पत्थर सिद्ध होगी. इस प्रयास को प्रोत्साहित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि अरविंदो अस्पताल प्रबंधन का चिकित्सा सेवा भाव अनुकरणीय है. उन्होंने पीएससी, सीएससी केन्द्रों को गोद लेने की डॉ. विनोद भंडारी की पहल का स्वागत करते हुए शासन की ओर से हर संभव सहयोग के लिये आश्वास्त किया. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री को डॉ. भंडारी ने स्मृति-चिन्ह भेंट किया.
कार्यक्रम में विधायक रमेश मेंदोला, गोलू शुक्ला, गौरव रणदीवे, अरविंदो हॉस्पिटल के संस्थापक डॉ. विनोद भंडारी, प्रबंध निदेशक डॉ. महक भंडारी, वाइस चांसलर डॉ. ज्योति बिंदल, अधिष्ठाता जयश्री कापड़िया सहित बड़ी संख्या में सेम्स अस्पताल के चिकित्सक, विद्यार्थी उपस्थित थे. इस अवसर पर संभागायुक्त दीपक सिंह, पुलिस कमिश्नर संतोष कुमार सिंह, कलेक्टर आशीष सिंह, नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा भी उपस्थित थे. कार्यक्रम में डॉ. भंडारी ने स्वागत सम्बोधन दिया. उन्होंने प्रसव-प्रतीक्षालय की अवधारणा पर विस्तृत जानकारी दी. डॉ. महक भंडारी ने संस्था के बारे में जानकारी दी.
कार्यक्रम में अरविंदो हॉस्पिटल के संस्थापक डॉ. भंडारी ने बताया कि भंडारी समूह एवं श्री अरविंदो विश्वविद्यालय, पीएससी, सीएससी एवं सिविल अस्पतालों में शिशु-मातृ मृत्यु दर कम करने के लिए राज्य शासन के साथ काम करेंगे. शासन के एनआरएचएम के साथ ट्रेनिंग प्रोटोकॉल का विस्तृत मॉडल प्रोजेक्ट तैयार कर सबसे पहले इंदौर और उज्जैन में शुरू किया जाएगा. अल्ट्रा मॉडर्न सुविधाओं एवं संसाधनों से युक्त प्रसव-प्रतीक्षालय में गर्भवती महिलाओं को प्रसव के एक से दो सप्ताह पूर्व से ही वर्तमान समय की श्रेष्ठतम सुविधाएं एवं सहूलियतें ‘अरविंदो अस्पताल प्रोटोकाल’ के तहत प्रदान की जाएंगी.
डॉ. भंडारी ने बताया कि प्रसव-प्रतीक्षालय में जैसे ही कोई महिला प्रसव के लिए एडमिट होगी, उसकी 24 घंटे सतत निगरानी के साथ सभी तरह की सावधानियाँ रखनी शुरू कर दी जाएंगी. उन्हें ‘एंटीनेटल एक्सरसाइज कराने के साथ एंटीनेटल डाइट’ भी दी जाएगी. गर्भवती महिलाओं को ‘फिजियोथेरेपी, म्यूजिक थेरेपी, बर्थिंग वाथ एक्सरसाइज, अरोमा थेरेपी आदि की सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी. ‘फुली एयरकंडीशंड प्रसव-प्रतीक्षालय’ में मरीज के साथ आए परिजन (अटेंडर्स) की सुविधाओं का भी प्रसव-प्रतीक्षालय में ख्याल रखा जाएगा.
तोमर
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