भीलवाड़ा, 14 नवंबर . शाहपुरा जिले के जहाजपुर कस्बे में गुरुवार को काला दिवस मनाया गया. आज के घटनाक्रम ने क्षेत्र में राजनीतिक और सामाजिक विवाद को नया मोड़ दिया, आज स्थानीय लोगों ने काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया और कस्बे में बाजार बंद कराने का प्रयास किया.
पुलिस ने इस दौरान 8 लोगों को हिरासत में लिया, जिनमें चार लोग बाजार बंद कराने की कोशिश कर रहे थे. इसके बाद विरोध में लोग थाने के बाहर जमा हो गए और पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ हनुमान चालीसा का पाठ किया.
यह विरोध प्रदर्शन दो महीने पहले हुई एक घटना से जुड़ा था, जब जलझूलनी एकादशी के दौरान भगवान पीतांबर श्याम के जुलूस पर पथराव किया गया था. इस मामले में अभी तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी या ठोस कार्रवाई नहीं हुई है, जिसे लेकर क्षेत्र के लोगों में असंतोष था. इन लोगों ने 14 सूत्री मांगों को लेकर जिला प्रशासन पर आरोप लगाया कि उन्होंने अब तक इन मांगों पर कार्रवाई नहीं की है. इन मांगों में पथराव करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई, जुलूसों की सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाना, और धार्मिक भावनाओं के सम्मान की मांगें शामिल हैं.
गुरुवार को सुबह से ही लोग काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन करने के लिए नौ चौक से पैदल मार्च पर निकले. यह मार्च कस्बे के मुख्य बाजारों से होते हुए कल्याण जी मंदिर तक गया, जहां प्रदर्शनकारियों ने धरना दिया. इस दौरान पुलिस ने शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे चार लोगों को हिरासत में लिया, जिससे माहौल में तनाव बढ़ गया. इसके बाद विरोध प्रदर्शन और भी तेज हो गया, और लोग बाजार बंद कराने के लिए निकले. इस बीच, पुलिस ने 4 अन्य युवकों को गिरफ्तार किया, जिन्होंने बाजार बंद कराने में भूमिका निभाई थी. पुलिस की इस कार्रवाई ने लोगों के आक्रोश को और बढ़ा दिया, और वे कल्याण जी मंदिर के बाहर इकट्ठा हो गए और धरना देना शुरू कर दिया.
इस घटना के विरोध में, शाम के बाद सैकड़ों लोग जहाजपुर थाने के बाहर इकट्ठा हो गए और पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ विरोध जताया. इन लोगों का आरोप था कि पुलिस प्रशासन उनकी मांगों पर कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है. विरोध को और तीव्र करने के लिए, लोगों ने थाने के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ शुरू कर दिया. विरोध में शामिल लोगों का कहना था कि जब तक प्रशासन उनकी मांगों पर कार्रवाई नहीं करेगा, वे अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे. इनका आरोप था कि मामले को दो महीने से भी अधिक समय हो चुका है, लेकिन प्रशासन ने अभी तक कोई सख्त कदम नहीं उठाया.
पुलिस प्रशासन ने इस घटनाक्रम के दौरान बड़ी संख्या में बल तैनात किया, ताकि कोई अप्रिय घटना न घटे. पुलिस उपाधीक्षक नरेंद्र पारीक ने बताया कि प्रदर्शनकारियों में से कुछ लोग विमान (बेवाण) को दूसरे धर्मस्थल के पास रखने की योजना बना रहे थे, जिस वजह से पुलिस ने इन लोगों को शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार किया. पुलिस ने कहा कि स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए यह कार्रवाई की गइ.
इस पूरे घटनाक्रम में स्थानीय भाजपा विधायक गोपीचंद मीणा का नाम कहीं भी सामने नहीं आया है. जानकारी के मुताबिक, विधायक मीणा इस विवाद में पूरी तरह से अनुपस्थित रहे और उन्होंने इस मामले में कोई सार्वजनिक बयान भी नहीं दिया. इससे क्षेत्र के लोग आहत हैं और उनका मानना है कि विधायक को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए था. पुलिस ने जिनको आज हिरासत में लिया वो आरएसएस व हिन्दू संगठनों के पदाधिकारी है.
जहाजपुर में हुई इस घटना ने केवल स्थानीय राजनीति को ही नहीं, बल्कि प्रशासन की कार्यशैली और उसकी संवेदनशीलता पर भी सवाल उठाए हैं. अब यह देखना बाकी है कि प्रशासन इस स्थिति से कैसे निपटता है और क्या वह लोगों की मांगों को पूरी तरह से नजरअंदाज करेगा या कोई ठोस कदम उठाएगा.
शाहपुरा के एडीशनल एएसपी राजेश आर्य स्थिति पर निगरानी के लिए जहाजपुर में डेरा डाले है. जिले व भीलवाड़ा से अतिरिक्त पुलिस जाब्ता भी मंगवाया गया है. फिलहाल कस्बे में शांति है पर शुक्रवार को हिन्दू संगठनों द्वारा आगे क्या रणनीति अख्तियार की जाती है, इस पर निगाह लगी है. पुलिस ने कस्बे में गश्त को मजबूत कर दिया है.
डीएसपी नरेन्द्र पारीक के अनुसार आज हुए घटनाक्रम में जितेंद्र पुत्र रणजीत मीणा हनुमान नगर, गोकुल पुत्र नाथु खटीक जहाजपुर, श्याम सुंदर पुत्र गुलाब गुर्जर बिहाडा, दिनेश पुत्र श्रवण पत्रीया, अंतरीक्ष पुत्र कैलाश पंचोली, विशाल पुत्र प्रेमराज खटीक, ऋतुराज पुत्र दिनेश सेन, योगेश चन्द्र पुत्र श्रवण पत्रीया निवासी जहाजपुर को धारा 128/170 बीएनएस के तहत गिरफ्तार किया गया.
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/ मूलचंद
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