चित्तौड़गढ़, 8 नवंबर . जिले के भदेसर उपखंड क्षेत्र में कुछ दिनों से जनता के लिए चिंता का विषय बना तेंदुआ आखिर वन विभाग के पिंजरे में कैद हो गया. बकरी के लालच में यह तेंदुआ पिंजरे में आ गया. इसकी जानकारी मिली तो मौके पर लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई. लोगों को दूर करने के लिए भदेसर थानाधिकारी मय जाब्ते के मौके पर पहुंचे. तेंदुए को अब चित्तौड़गढ़ लाया जा रहा है, जिसे वन विभाग की सेमलपुरा स्थित नर्सरी में रखा जाएगा. बाद में उसे प्राकृतिक आवास पर छोड़ा जाएगा.
जानकारी में सामने आया कि चित्तौड़गढ़ जिला मुख्यालय से करीब 25-30 किलोमीटर दूर स्थित भदेसर उपखंड मुख्यालय के आस-पास तेंदुए का मूवमेंट था. इसे देख कर लोगों में दहशत व्याप्त थी. क्षेत्र के लोगों की मांग और सुरक्षा को देखते पिंजरा लगाने का निर्णय किया था. इस पर उपवन संरक्षक विजय शंकर पांडे के निर्देश पर एक पिंजरा भदेसर कस्बे में थाने के पीछे कस्बे से बाहर घाटी के जंगल में लगाया गया था. यह पिंजरा मंगलवार को ही लगा दिया था. फ्लाइंग रेंजर नेपालसिंह के नेतृत्व में टीम तेंदुए पर नजर रखे हुई थी. वहीं शुक्रवार को इसमें बकरी को बांधा गया था. शुक्रवार शाम तेंदुए के पिंजरे में कैद होने के बाद मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई. लोग पिंजरे के पास जाने लगे. इस पर भदेसर सीआई मोतीराम सारण मय जाब्ते के मौके पर पहुंचे. लोगों को पिंजरे से दूर भगाने के लिए पुलिस को मशक्कत करनी पड़ी. वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई. बाद में पिंजरे को वाहन में रख कर चित्तौड़गढ़ भेजने की तैयारी की जा रही है.
आखिर चौथे दिन जाकर मिली सफलता
तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरे में वन विभाग की टीम ने बकरी को बांधा था. इसकी खुशबू और शिकार के लालच में तेंदुआ पिंजरे तक खींचा चला आया. चार दिन से पिंजरा लगा हुआ था और शुक्रवार को सफलता मिल गई. इसके बाद सभी ने राहत की सांस ली है. वहीं वन विभाग की टीम ने बकरी को सुरक्षित निकाल कर उसके मालिक को सौंप दिया.
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/ अखिल
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