धमतरी, 4 नवंबर . केंद्र सरकार द्वारा मत्स्य पालन क्षेत्र में डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने सीएससी (कामन सर्विस सेंटर) के माध्यम से राष्ट्रीय मत्स्य पालन डिजिटल प्लेटफार्म (एनएफडीपी) से आनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू की गई है. उक्त प्लेटफार्म के माध्यम से मछली पालकों को चिन्हित किया जा रहा है.
एनएफडीपी के माध्यम से पंजीकृत मत्स्य कृषकों को ऋण मिलने में आसानी होगी. साथ हीमत्स्य पालन क्षेत्र के डिजिटलीकरण होने से मत्स्य कृषकों का कारोबार बढ़ेगा. इससे रोजगार के नए अवसर मिलेंगे. कार्यालय सहायक संचालक मछली पालन जिला धमतरी से सोमवार को मिली जानकारी अनुसार अब तक 179 लोगों ने सीएससी के माध्यम से मत्स्य पालन डिजिटल प्लेटफार्म पर पंजीयन करा लिए है. पंजीयन उपरांत सत्यापन का काम विभाग करेगी. जिले में कुल 149 मछुआ सहकारी समिति है जिसमें विकासखंड धमतरी में 49, कुरुद में 50, मगरलोड में 30 और नगरी में 20 मछुआ सहकारी समिति है. सहायक मत्स्य अधिकारी सीमा नेताम ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में खेती किसानी के साथ मछली पालन स्वरोजगार का अच्छा साधन है. एनएफडीपी के माध्यम से जो कृषक पहले से मछली पालन कर रहे या नए कृषक जो मछली पालन करना चाहते है सीएससी जा कर अपना पंजीयन करा सकते है. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के माध्यम से मछुआरों और मत्स्य कृषकों की आय दुगुनी करने विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है.
/ रोशन सिन्हा
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