कोकराझार (असम), 18 नम्बर . असम स्किल डेवलपमेंट मिशन की कौशल जागरूकता पहल स्किल यात्रा का औपचारिक उद्घाटन आज कोकराझार के गर्ल्स कॉलेज ऑडिटोरियम हॉल में किया गया. यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भारत को दुनिया की कौशल राजधानी बनाने के विजन के अनुरूप है. स्किल यात्रा का उद्देश्य कौशल विकास के अवसरों के प्रति जागरूकता बढ़ाना और युवाओं को रोजगार के लिए आवश्यक कौशल से सशक्त बनाना है, जिससे वे अपने करियर को बेहतर बना सकें.
स्किल यात्रा का लक्ष्य सरकारी स्कूलों और कॉलेजों में कक्षा 9वीं से लेकर डिग्री स्तर के छात्रों तक है. इसका उद्देश्य छात्रों को कौशल-आधारित शिक्षा के महत्व के बारे में जागरूक करना और राज्य के भीतर और बाहर उपलब्ध विविध अवसरों की जानकारी देना है. कार्यक्रम की एक प्रमुख विशेषता स्किल यात्रा वैन है, जिसे कोकराझार की एडीसी कविता डेका और अन्य अतिथियों ने झंडी दिखाकर रवाना किया. यह वैन क्षेत्रभर में यात्रा करेगी और छात्रों की विभिन्न कौशलों में रुचि और योग्यता का आकलन करने के लिए साइकोमेट्रिक परीक्षण करेगी. इन ऑनलाइन परीक्षणों के माध्यम से छात्रों को उनकी रुचि के अनुसार संभावित करियर विकल्प पहचानने में मदद मिलेगी. इसके बाद काउंसलिंग सत्र आयोजित किए जाएंगे, जहां छात्रों को आजीविका और करियर के अवसरों के बारे में मार्गदर्शन दिया जाएगा.
अपने संबोधन में एडीसी कविता डेका ने करियर परिदृश्य में हो रहे बदलावों, खासतौर पर महिलाओं के लिए, पर जोर दिया. उन्होंने बताया कि पारंपरिक नौकरी भूमिकाएं, जैसे कि शिक्षण और नर्सिंग, अब महिलाओं के लिए एकमात्र विकल्प नहीं हैं. सरकारी नौकरियों में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के साथ, उन्होंने कहा कि विशिष्ट कौशल प्राप्त करने से रोजगार क्षमता में काफी वृद्धि हो सकती है. एडीसी डेका ने छात्रों से आग्रह किया कि वे अपनी ताकत और रुचियों की पहचान करें ताकि अपने करियर के लिए सही निर्णय ले सकें. उन्होंने कहा कि स्किल यात्रा कार्यक्रम छात्रों को सतत सीखने और पेशेवर विकास की यात्रा शुरू करने के लिए आवश्यक उपकरण प्रदान करेगा और शिक्षकों, उद्योग विशेषज्ञों और पेशेवरों का एक सहायक समुदाय विकसित करेगा.
इस कार्यक्रम में कोकराझार के जिला प्रशिक्षण अधिकारी धजेन बसुमतारी, कोकराझार गवर्नमेंट कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. डिमाचा डी. मुसाहारी, गर्ल्स कॉलेज कोकराझार की प्रिंसिपल डॉ. अडा राम बसुमतारी, साथ ही अधिकारी, छात्र और शिक्षक उपस्थित थे.
/ किशोर मिश्रा