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Ajmer 120 किमी दूरस्थ स्थानों से बुलाए शिक्षक, प्रतियोगी परीक्षा में देंगे ड्यूटी

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अजमेर न्यूज़ डेस्क, अजमेर प्रतियोगी परीक्षाओं में दूरस्थ स्थानों के शिक्षकों की ड्यूटी लगाने में व्यावहारिकता के पहलू को नजरअंदाज करने का आरोप शिक्षक संगठन ने लगाया है। परीक्षा के सफल आयोजन के लिए करीब 100 से 120 किमी दूर के शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय ने विरोध भी दर्ज कराया है। प्रतियोगी परीक्षा में दूरस्थ स्थानों के शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है उन्हें सुबह 5 बजे गंतव्य के लिए रवाना होना होगा।वहीं जिन्हें परीवीक्षक लगाया गया है उन्हें पहली पारी में सुबह 7 बजे परीक्षा केन्द्र पहुंचना होगा। ऐसे में शिक्षकों को कई परेशानियों से गुजरना पड़ेगा। यही नहीं दो पारियों में ड्यूटी के चलते शाम को 5.40 बजे तक ड्यूटी देनी होगी। इस संबंध में संघ के जिलाध्यक्ष सत्यनारायण शर्मा ने शुक्रवार को मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी अनिल जोशी को ज्ञापन देकर बताया कि दूरस्थ स्थानों के बजाय निकटवर्ती स्थानों से शिक्षकों की ड्यूटी लगाई जानी चाहिए।उन्होंने बताया कि कई शिक्षकों को पर्यवेक्षक लगाया गया है। इन्हें सुबह 7 बजे तक स्कूल पहुंचना होगा। करीब 11 घंटे की ड्यूटी में लंच के लिए सिर्फ 30 मिनट का समय मिलेगा।

उन्होंने लिखा कि आरपीएससी और कर्मचारी चयन बोर्ड की प्रतियोगी परीक्षाओं में जो कि दो पारियों में सुबह 9 बजे से 5.30 बजे तक आयोजित की जा रही है। जिन शिक्षकों को पर्यवेक्षक लगाया गया है उन्हें ग्रामीण क्षेत्रों से सुबह 5 बजे रवाना होना होगा और वहां ना बस व अन्य साधन मिलेंगे। ऐसे में निजी वाहनों से परीक्षा केन्द्र तक पहुंचना होगा। प्रदेश कोषाध्यक्ष कैलाश कच्छावा, प्रदेश सचिव भंवर सिंह राठौड़ ने भी व्यवस्था का विरोध किया है।

नियमानुसार आठ घंटे की ड्यूटी, करवाएं टीए व डीए का भुगतान

जिलाध्यक्ष शर्मा के अनुसार नियमानुसार अधिकतम 8 घंटे की ड्यूटी का ही प्रावधान है। इस काम के लिए 675 रुपए मिलते हैं। उन्होंने मांग की है कि स्थानीय और निकटस्थ क्षेत्र में स्थित विद्यालय के शिक्षकों को ही ड्यूटी पर लगाया जाए। वहीं 15 किमी से ज्यादा दूर से आने वाले शिक्षकों, पर्यवेक्षकों, एसीएस सभी को टीए डीए के भुगतान के आदेश जारी किए जाएं।

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