उन्होंने लिखा कि आरपीएससी और कर्मचारी चयन बोर्ड की प्रतियोगी परीक्षाओं में जो कि दो पारियों में सुबह 9 बजे से 5.30 बजे तक आयोजित की जा रही है। जिन शिक्षकों को पर्यवेक्षक लगाया गया है उन्हें ग्रामीण क्षेत्रों से सुबह 5 बजे रवाना होना होगा और वहां ना बस व अन्य साधन मिलेंगे। ऐसे में निजी वाहनों से परीक्षा केन्द्र तक पहुंचना होगा। प्रदेश कोषाध्यक्ष कैलाश कच्छावा, प्रदेश सचिव भंवर सिंह राठौड़ ने भी व्यवस्था का विरोध किया है।
नियमानुसार आठ घंटे की ड्यूटी, करवाएं टीए व डीए का भुगतान
जिलाध्यक्ष शर्मा के अनुसार नियमानुसार अधिकतम 8 घंटे की ड्यूटी का ही प्रावधान है। इस काम के लिए 675 रुपए मिलते हैं। उन्होंने मांग की है कि स्थानीय और निकटस्थ क्षेत्र में स्थित विद्यालय के शिक्षकों को ही ड्यूटी पर लगाया जाए। वहीं 15 किमी से ज्यादा दूर से आने वाले शिक्षकों, पर्यवेक्षकों, एसीएस सभी को टीए डीए के भुगतान के आदेश जारी किए जाएं।
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