नई दिल्ली: हर साल दशहरा,दिवाली और छठ पर्व पर करोड़ों यात्री रेल की यात्रा करते हैं. इस दौरान कई बार स्टेशन पर गलत जानकारी की वजह से उनकी ट्रेन मिस हो जाती है या उन्हें असुविधा का सामना करना पड़ता है. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. दरअसल, रेलवे बोर्ड ने सभी 17 जोन को कड़ा निर्देश दिया है. रेलवे बोर्ड ने कहा कि उन अधिकारियों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा, जो ट्रेनों स्टेटस के बारे में यात्री सूचना प्रणाली में कोई डेटा न देकर या गलत डेटा दे करके यात्रियों को असुविधा का कारण बनते हैं. रेलवे बोर्ड ने सभी जोन को दिया दिए निर्देश रेलवे बोर्ड ने जोन को स्टेशनों पर लगे यात्री सूचना डिस्प्ले बोर्डों को राष्ट्रीय ट्रेन पूछताछ प्रणाली (NTES) के साथ एकीकृत करने का भी निर्देश दिया है ताकि ट्रेनों की सही और विश्वसनीय जानकारी दी जा सके. बता दें कि NTES वेबसाइट पर रेलवे से जुड़ी अन्य जानकारी ट्रेन का रियल टाइम स्टेटस और कोच स्ट्रक्चर की जानकारी दी जाती है. इसके अलावा, प्लेटफ़ॉर्म पर लगाए गए ट्रेन इंडिकेटर बोर्ड ट्रेन नंबर, उनके नाम और रनिंग स्टेटस दिखाया जाता है. यात्री प्लेटफ़ॉर्म पर कोच गाइडेंस सिस्टम के माध्यम से आने वाली ट्रेनों की कोच स्थिति का भी पता लगा सकते हैं. स्टेशन पर लगे पुराने डेटा बोर्ड को बदलने की सलाह बता दें कि रेलवे बोर्ड ने देश के सभी 17 जोन को एक लिखित पत्र भेजकर कहा,कोच गाइडेंस सिस्टम और रेलवे स्टेशनों पर ट्रेन इंडिकेटर बोर्ड जैसी यात्री सूचना प्रणालियां यात्रियों और रेलवे के बीच एक महत्वपूर्ण इंटरफेस के रूप में कार्य करती हैं. पत्र में कहा गया, "इस तरह की प्रणालियों द्वारा यात्रियों को दी जाने वाली ट्रेन की जानकारी की विश्वसनीयता बहुत महत्वपूर्ण है और प्रदर्शित की जाने वाली जानकारी में कोई भी कमी/त्रुटि यात्रियों के लिए असुविधा पैदा करती है. इसलिए यह बहुत महत्वपूर्ण है कि ऐसी प्रणालियों पर प्रदर्शित प्रत्येक रुकने वाली ट्रेन की जानकारी सही और विश्वसनीय हो." बोर्ड ने सभी जोन को पुरानी यात्री सूचना प्रणाली को नए से बदलने की सलाह दी है जो सर्वोच्च प्राथमिकता पर नवीनतम आरडीएसओ विनिर्देशों का अनुपालन करते हैं.
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अब रेल यात्रियोंं को नहीं होगी असुविधा, स्टेशन पर लगे डिस्प्ले पर गलत डेटा दिखाने वाले कर्मचारी पर होगी कार्रवाई
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