नई दिल्ली: पिछले सप्ताह में लगातार पांचवे कारोबारी सेशन में सेंसेक्स और निफ्टी गिरावट के साथ बंद हुए. यह हफ्ता पिछले दो सालों में अब तक सबसे खराब सप्ताह साबित हुआ है.मिडिल ईस्ट में इजरायल और ईरान युद्ध ने निवेशकों की टेंशन बढ़ा दी है, जबकि फॉरेन इंस्टीड्यूशनल इंवेस्टर की ओर से भारी निकासी ने दबाव को और बढ़ा दिया है. वहीं, जानकारों का मानना है कि मार्केट में यह मंदी अगले कुछ दिन और चलने वाली है. इन फैक्टर्स का दिखेगा असर शुक्रवार को समाप्त हुए अक्टूबर महीने के पहले सप्ताह में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज बेंचमार्क निफ्टी 25,014 के लेवल पर बंद हुआ, जबकि सेंसेक्स ने 81,688 के स्तर पर क्लोजिंग दी. दोनों बेंचमार्क में लगभग 4.5% की गिरावट आई, जो जून 2022 के बाद से उनका सबसे खराब प्रदर्शन था, जो मुख्य रूप से गुरुवार को 2% की गिरावट के कारण हुआ. ऐसे में सोमवार 7 अक्टूबर को शेयर बाजार में कुछ खास फैक्टर का प्रभाव देखने को मिलेगा,जिसमें अमेरिकी बाजार, यूरोपीय बाजार का रुख भी शामिल है. अमेरिकी बाजारशुक्रवार को डॉव ने रिकॉर्ड ऊंचाई पर क्लोजिंग दी और नैस्डैक 1% से अधिक की बढ़त के साथ बंद हुआ. दरअसल, उम्मीद से अधिक मजबूत रोजगार रिपोर्ट ने उन निवेशकों को आश्वस्त किया जो चिंतित थे कि अर्थव्यवस्था बहुत कमजोर हो सकती है. यूरोपीय शेयर बाजार वहीं, शुक्रवार को यूरोपीय शेयर बाज़ारों में भी तेज़ी देखने को मिली.अमेरिका में नौकरियों के मामले में उम्मीद से ज़्यादा बेहतर रिपोर्ट ने दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में विकास की आशंकाओं को कम कर दिया, हालांकि मध्य पूर्व में बढ़ते संघर्षों के कारण जोखिम निवेशकों को ज्यादा सोच-विचार करने पर मजबूर कर दिया, जिससे सप्ताह के दौरान शेयर बाज़ारों में गिरावट देखी गई. टेक्निकल चार्टडेली और वीकल चार्ट पर एक बियर कैंडल बना हुआ है. निफ्टी का निकट अवधि का अपट्रेंड तेजी से नीचे की ओर मुड़ गया है. 25,000 के आस-पास के सपोर्ट पर रखे जाने के बाद, शुरुआती सप्ताह में मामूली उछाल की उम्मीद है, जो कि बिक्री-ऑन-राइज़ अवसर होने की उम्मीद है.25,000-24,950 के स्तर से नीचे एक निर्णायक कदम निकट अवधि में 24500 के अगले डाउनसाइड को खोल सकता है. इन शेयरों में आ सकती है तेजी ईटी के एनालिस्स रिपोर्ट के अनुसार, डॉ. लाल पैथलैब्स, व्हर्लपूल इंडिया, इन्फो एज, मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर, जेएसडब्ल्यू स्टील और लॉयड्स मेटल्स के शेयरों में मजबूत खरीदारी देखी गई, क्योंकि ये शेयर 52 सप्ताह के नए उच्चतम स्तर पर पहुंच गए, जिससे तेजी का संकेत मिला. अस्वीकरण : इस लेख में निवेश विशेषज्ञों और ब्रोकिंग कंपनियों की तरफ से जानकारी दी गई है, वे इकनॉमिक टाइम्स हिंदी का प्रतिनिधित्व नहीं करते. निवेश से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले आप सर्टीफाइड एक्सपर्ट से अवश्य सलाह लें.
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