नई दिल्ली: अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिन्डेनबर्ग रिसर्च द्वारा चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच के खिलाफ उठाए गए हितों के टकराव के आरोपों के बाद भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) की पहली बोर्ड मीटिंग हुई. निवेशकों की नजरें इस मीटिंग पर थीं. बोर्ड मीटिंग के फैसले और अन्य वैश्विक परिस्थितियों में सोमवार को सेंसेक्स 1272 अंक गिरकर 84299 पर आ गया. निफ्टी 372 अंक गिरकर 25810 पर बन्द हुई. सेबी की बैठक मे लिए गये निर्णयों ये मुद्दे थे जिन्हे विस्तार से बताया गया है- फ्यूचर्स और ऑप्शंस पर नियमों में बदलाव नहींसेबी ने फ्यूचर्स और ऑप्शंस लेनदेन पर नियमों को कड़ा न करने का निर्णय लिया है. इससे व्यापारियों को मौजूदा नियमों के तहत काम करने की अनुमति मिलेगी. नया निवेश उत्पाद - MF Liteसेबी ने पासिवली प्रबंधित म्यूचुअल फंड्स के लिए 'म्यूचुअल फंड्स लाइट' (MF Lite) ढांचा पेश किया है. इसके तहत म्यूचुअल फंड मार्केट में आसान प्रवेश के लिए कई नियामक आवश्यकताओं को ढीला किया जाएगा. नेट वर्थ, ट्रैक रिकॉर्ड, और लाभप्रदता से संबंधित बाधाओं को कम किया जाएगा जिससे अधिक संस्थाएँ म्यूचुअल फंड स्पेस में प्रवेश कर सकेंगी. ODIs के लिए नए प्रकटीकरण नियमसेबी ने ओवरसीज़ डेरिवेटिव इंस्ट्रूमेंट्स (ODIs) के प्रकटीकरण नियमों में बदलाव किए हैं. अब, ODI जारी करने वाले विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPIs) को डिपॉजिटरी को ODI ग्राहकों के बारे में प्रासंगिक जानकारी और पोर्टफोलियो-स्तरीय जानकारी प्रदान करनी होगी. नए एसेट क्लास का परिचयसेबी ने म्यूचुअल फंड्स और पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवाओं के बीच एक नए निवेश उत्पाद की शुरुआत की है, जो निवेशकों के लिए और विकल्प उपलब्ध करेगा.
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