शेयर मार्केट में पिछले कुछ दिनों में इतनी अधिक गिरावट हुई और इतनी तेज़ी से हुई कि निवेशक इस मार्केट को टाइम करने में झिझक रहे हैं. कई लार्जकैप और अच्छी वैल्यूएशन वाले स्टॉक रडार पर तो हैं, लेकिन बड़ी गिरावट के बाद फर्स्ट पुलबैक में कौन सा स्टॉक खरीदें, यह बड़ा सवाल है. शेयर मार्केट में शुक्रवार को निचले स्तरों से कुछ पुलबैक देखने को मिल रहा है, जिसमें State Bank of India याने एसबीआई के शेयर हाईलाइट हैं. भारत के सबसे बड़े पीएसयू बैंक एसबीआई के शेयर शुक्रवार दोपहर 12.15 बजे 1.80 प्रतिशत की तेज़ी के साथ 808.35 रुपए के लेवल पर ट्रेड कर रहे थे. कुछ ब्रोकरेज हाउस इस स्टॉक पर बुलिश हैं और उनका मानना है कि मार्केट के पुलबैक को यही स्टॉक लीड कर सकता है. ब्रोकरेज फर्म जेपी मॉर्गन भारतीय स्टेट बैंक पर बुलिश बनी हुई है. ब्रोकरेज ने कहा कि एसबीआई का मैनेजमेंट डेवलपमेंट के बारे में आश्वस्त और उसने रिस्क मैनेज करते हुए वित्त वर्ष 2025 के लिए 13 से 15 प्रतिशत की वृद्धि का लक्ष्य रखा है.बैंक ने कहा कि एटी1 बॉन्ड में लचीलापन, निवेश बुक गेन और मजबूत प्रॉफइटिबिलिटी को देखते हुए बैंक को इमिजेट कैपिटल की आवश्यकता नहीं है. बैंक ने आगे कहा कि आरओए के साथ बैंक के एसेट क्लास 1-2 प्रतिशत पर बना हुआ है. जेपी मॉर्गन ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि एसबीआई के लिए क्रेडिट कॉस्ट सॉफ़्ट बनी रह सकती है. क्रेडिट कॉस्ट वह राशि है जो ऋणदाता को तब खोना पड़ता है जब उधारकर्ता लोन चुकाने में चूक करता है.एसबीआई शेयर प्राइस टारगेटजेपी मॉर्गन ने कहा कि एसबीआई का FY26 1x P/B स्टॉक के लिए वैल्यू देता है. इसने एसबीआई के शेयरों पर ओवरवेट रेटिंग बनाए रखी है और 1,000 रुपये का मूल्य लक्ष्य निर्धारित किया है. इसका मतलब है कि शुक्रवार के 806 रुपये के भाव से 200 रुपये से तक की बढ़त इस स्टॉक में हो सकती है.साल 2024 में अब तक एसबीआई के शेयर 23 फीसदी और पिछले एक साल में 35 फीसदी चढ़ चुके हैं. दो और तीन साल में पीएसयू बैंक के शेयर ने अपने निवेशकों को क्रमशः 48 फीसदी और 70 फीसदी का पॉज़िटिव रिटर्न दिया है.एसबीआई देश का सबसे बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक है. बैंक का बाजार पूंजीकरण 7.08 लाख करोड़ रुपये है. एसबीआई की डिविडेंड यील्ड करीब 2 प्रतिशत है.वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में एसबीआई ने 17,035 करोड़ रुपये का सिंगल नेट प्रॉफिट दर्ज किया था, जबकि एक साल पहले इसी तिमाही में यह 16,884 करोड़ रुपये था. तिमाही में इसकी कुल आय बढ़कर 1,22,688 करोड़ रुपये हो गई, जबकि एक साल पहले यह 1,08,039 करोड़ रुपये थी. बैंक ने 1,11,526 करोड़ रुपये की इंट्रेस्ट इनकम अर्जित की थी. अस्वीकरण : इस लेख में निवेश विशेषज्ञों और ब्रोकिंग कंपनियों की तरफ से जानकारी दी गई है, वे इकनॉमिक टाइम्स हिंदी का प्रतिनिधित्व नहीं करते. निवेश से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले आप सर्टिफाइड एक्सपर्ट से अवश्य सलाह लें.
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