पटना, 5 अक्टूबर . बिहार के पटना में शनिवार को जेडीयू की राज्य कार्यकारिणी की बैठक हुई. बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीतियों पर विस्तार से चर्चा की गई. बैठक में तय हुआ कि बिहार में जेडीयू के संगठन को मजबूत करना है. इस बैठक को लेकर आरजेडी ने जेडीयू पर तंज कसा है. आरजेडी ने कहा है कि यह जनता दल यूनाइटेड (जदयू) की राज्य कार्यकारिणी की बैठक नहीं है. यह दबाव की राजनीति है.
से बात करते हुए आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि बैठक में ललन सिंह भी नहीं आए. कई अन्य नेता भी नहीं आए. भारतीय जनता पार्टी और जेडीयू के बीच सत्ता हस्तांतरण के लिए 6 महीने की डील हुई थी. जेडीयू ऐसा नहीं कर रही है. बिचौलिया बेचैन हो रहा है. इसलिए उन्होंने अपनी मांग रखी है. भारत रत्न दो और सत्ता ले लो. जेडीयू के “2025 में फिर नीतीश कुमार” के नारे पर हमला बोलते हुए आरजेडी ने कहा कि बिहार नीतीश कुमार से ऊब चुका है, अबकी बार तेजस्वी सरकार.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा महाराष्ट्र में कांग्रेस की आलोचना करने व पार्टी को अर्बन नक्सलियों के गिरोह द्वारा चलाने की बात पर आरजेडी प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के गुर्गे अर्बन नक्सलवाद को बढ़ावा दे रहे हैं. कभी वो लोगों को तलवार बांटते हैं, तो कभी भाषाई आतंक फैलाते हैं. भारतीय जनता पार्टी पूरे देश में विचारहीन अनैतिकता को बढ़ावा देना चाहती है. भारतीय जनता पार्टी शहरी इलाकों में अपने विचारहीन और अनैतिक लोगों को आगे करके समाज में हिंसा फैलाना चाहती है. फिर उसके नेता तलवारें बांट रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी के चरित्र को जनता पहचान चुकी है. प्रधानमंत्री चिल्लाते रहेंगे, लेकिन देश की जनता पर इसका कोई असर नहीं होगा.
–
आरके/
The post first appeared on .
You may also like
Sikar पेयजल समस्या को लेकर प्रदर्शन पर दिया ज्ञापन
'साहित्यिक भीष्म' दत्तो वामन पोतदार, जिन्होंने महाराष्ट्र में हिंदी भाषा को दिलाई पहचान
भारत की पाकिस्तान से आर-पार की जंग, एक और हार तोड़ सकती है टी20 विश्व कप जीतने का सपना
पीएम मोदी की दूर दृष्टि से विश्व में सशक्त राष्ट्र के रूप में उभरा भारत : डॉ. जितेंद्र सिंह