Education
Next Story
NewsPoint

ब्रिटेन में भारतीयों पर लगेगा वीजा बैन? ऋषि सुनक की पार्टी के नेता ने की मांग, जानें कैसे छात्रों पर पड़ेगा असर

Send Push
UK Visa For Indians: ब्रिटेन में लगातार कड़े हो रहे वीजा नियमों के बीच पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की पार्टी के नेता ने कुछ ऐसा कहा है, जिससे खलबली मच गई है। कंजर्वेटिव पार्टी के नेता रॉबर्ट जेनरिक ने कहा है कि तब तक भारतीयों को वीजा जारी नहीं किया जाए, जब तक वहां की सरकार देश में रह रहे अवैध भारतीयों को वापस नहीं लेती है। इस तरह भारतीयों पर वीजा बैन लगाने की वकालत की गई है, जिसका सीधा असर ब्रिटेन में पढ़ने और नौकरी के लिए जाने वाले लोगों पर पड़ेगा। कंजर्वेटिव पार्टी के मुख्य नेता की रेस में चार लोग शामिल हैं, जिसमें रॉबर्ट जेनरिक का नाम भी है। जिसे भी पार्टी का मुख्य नेता घोषित किया जाएगा, वो ऋषि सुनक की जगह लेने वाला है। हालिया चुनाव में सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था। कंजर्वेटिव पार्टी अपनी इमिग्रेशन की कड़ी नीतियों के लिए जानी जाती है। सुनक की सरकार के समय अवैध प्रवासियों पर कड़ा एक्शन भी लिया गया। ऐसे में आइए जानते हैं कि सुनक की पार्टी नेता ने क्या कहा है और कैसे वीजा नियम कड़े हो गए हैं। ब्रिटेन में अवैध तरीके से रह रहे एक लाख भारतीय: रॉबर्ट जेनरिकरॉबर्ट जेनरिक ने उन देशों के लिए वीजा प्रतिबंध करने की कसम खाई है, जो अपने यहां अवैध प्रवासियों को वापस लेने से इनकार कर रहे हैं। उनके निशाने पर खासतौर पर भारत और वियतनाम के लोग हैं। उन्होंने दावा किया कि 2023 में नौकरी, ट्रैवल और पढ़ाई के लिए भारतीयों को 2.5 लाख वीजा दिए गए। इसके बाद भी करीब एक लाख भारतीय वर्तमान में अवैध रूप से ब्रिटेन में रह रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि अवैध रूप से भारतीयों की वापसी भी अटकी हुई है। वीजा बैन को लेकर रॉबर्ट जेनरिक ने क्या कहा?कंजर्वेटिव पार्टी के नेता रॉबर्ट जेनरिक ने ब्रिटेन में अवैध रूप से रह रहे लोगों को डिपोर्ट करने की संख्या में पांच गुना इजाफे के लिए एक पांच सूत्री योजना की रूपरेखा तैयार की है। इसमें प्रस्ताव दिया गया है कि अगर जेनरिक की प्लानिंग से चलेंगे तो हर साल एक लाख से ज्यादा लोगों को डिपोर्ट किया जाएगा। उन्होंने कहा, "वक्त आ गया है कि हम इन देशों को लेकर कड़ा रुख अपनाएं और जब तक वे ब्रिटेन में अवैध रूप से रह रहे अपने नागरिकों को वापस लेने के लिए सहमत नहीं हो जाते तब तक वीजा जारी करने से इनकार किया जाए।" जेनरिक का बयान भारतीयों के लिए क्यों है टेंशन की बात?सुनक की पार्टी के नेता रॉबर्ट जेनरिक के बयान से उन भारतीयों को बड़ा झटका लग सकता है, जो आने वाले सालों में ब्रिटेन में पढ़ने या नौकरी करने जाना चाहते हैं। जेनरिक वर्तमान सरकार पर दबाव बनाएंगे कि उनकी पॉलिसी को अपनाया जाए। अगर उनकी पॉलिसी अपनाई जाती है तो भारतीयों के लिए ब्रिटेन का वीजा हासिल करना मुश्किल हो जाएगा। वहीं भले ही सरकार पूरी पॉलिसी को नहीं अपनाए, मगर वीजा नियम भारतीयों के लिए और भी कड़ा कर सकती है। ब्रिटेन से वापस भेजे गए अवैध रूप से रहने वाले भारतीयदरअसल, ब्रिटेन में अवैध रूप से रहने वाले प्रवासियों का मुद्दा काफी ज्यादा गरमाया हुआ है। इसे लेकर पिछली सरकार ने काफी कड़े कदम भी उठाए थे। कहा जाता है कि भारतीय भी बड़ी संख्या में ब्रिटेन में अवैध रूप से रह रहे हैं। ब्रिटेन और भारत के बीच 2021 में एक एमओयू साइन किया गया था, जिसके जरिए अवैध भारतीय नागरिकों की सुगमता से वापसी हो सके। हालांकि, 2023 में 22,807 अवैध प्रवासियों को डिपोर्ट किया गया है, जिसमें से 15% यानी 3,439 लोग भारत से थे। ब्रिटेन में कड़े होते वीजा नियमब्रिटिश पीएम किएर स्टार्मर ने कहा है कि वर्क वीजा नियमों का उल्लंघन करने वाली कंपनियों को अब विदेश से कर्मचारियों को नियुक्त करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। कई ब्रिटिश कंपनियां खासतौर पर हेल्थकेयर, आईटी और हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री से जुड़ी हुई कंपनियां विदेशी वर्कर्स को नौकरी पर रखती हैं। हालांकि, नए वीजा नियमों के तहत वीजा कानून का उल्लंघन करने वाली कंपनियों पर विदेश से नौकरी पर रखने को प्रतिबंधित कर दिया जाएगा।
Explore more on Newspoint
Loving Newspoint? Download the app now