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Delhi Crime: असिस्टेंट प्रोफेसर की जॉब दिलाने के नाम पर ठगे 55 लाख, अमित शाह और अजित डोभाल से जोड़ा कनेक्शन

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अश्वनी शर्मा, नई दिल्ली: साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट के किशनगढ़ इलाके में दिल्ली यूनिवर्सिटी में सहायक प्रोफेसर की जॉब दिलाने के नाम पर ठगों ने दो लोगों से 55 लाख रुपये ठग लिए। ठगों ने पीड़िता को विश्वास दिलाने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के निजी सचिव और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल के नाम का सहारा लिया और उनसे जान पहचान का हवाला दिया। ठगी का पता चलने पर दोनों पीड़ितों ने आरोपियों को मिलने के लिए बुलाया और उन्हें पकड़कर मामले की सूचना पुलिस को दी। पुलिस का कहना है कि पीड़िता के बयान पर 26 सितंबर को केस दर्ज कर दो लोगों को हिरासत में लिया है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। पीड़िता ने सुनाई आपबीतीपुलिस को दी शिकायत में पीड़िता स्वाति ने बताया कि वह परिवार के साथ किशनगढ़ में रहती हैं। पीड़िता के अनुसार उनके दोस्त जितेश ने वर्ष 2023 के अंत में करण और सुरथ बेरा से मुलाकात कराई और बताया कि वह गृह मंत्रालय में काम करते हैं। पीड़िता ने बताया कि सुरथ और करण ने उन्हें दिल्ली यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर की नौकरी दिलाने की बात बताई। इसके एवज में उसने उनसे और उसके दोस्त जितेश से 30-30 लाख रुपये मांगे। करण और सुरथ ने इस संबंध में फोन पर एक शख्स से बात कराई। फोन पर बात करने वाले व्यक्ति ने खुद को गृह मंत्री अमित शाह का निजी सचिव साकेत कुमार झा बताया। आरोपियों ने नौकरी लगाने की बात कहते हुए कहा कि इसके लिए टोटल कैश में से आधे रुपये पहले देने होंगे। जिसके बाद उनके दोस्त जितेश ने अपने माता-पिता से बात करके आरोपियों के खाते में 15 लाख रुपये डाले। इस बीच आरोपियों ने पीड़िता को भी लगातार कॉल किया। पीड़िता ने भी आरोपियों को 15 लाख रुपये दिए। 55 लाख जमा कराए पर नौकरी नहीं दीपीड़िता का आरोप है कि आरोपियों ने जितेश और उनसे कई बार में अलग-अलग अकाउंट में करीब 55 लाख रुपये जमा कराए, लेकिन नौकरी नहीं लगी। इस बीच दोनों ने उन्हें कई बार नौकरी के बारे में पूछा तो आरोपियों ने जल्द ही काम होने की बात कही। पीड़िता के अनुसार जून में करण ने जितेश और उनसे अपने दस्तावेज वट्सऐप पर मांगे और कहा कि केस मजबूत करने के लिए NSA के अजीत डोभाल ने पांच लाख टोकन की मांग की है। पीड़िता का आरोप है कि आरोपियों ने कई बार लैंडलाइन नंबरों पर उनके सामने फोन कर नाटक किया की वह अजीत डोभाल और अमित शाह के निजी सचिव से बात कर रहे हैं। ठगी का अहसास होने पर उन्होंने आरोपियों की कॉल रिकॉर्डिंग करनी शुरू कर दी। पीड़िता के अनुसार बातचीत के लिए उन्होंने दोनों आरोपियों को किशनगढ़ बुलाया और उन्हें पकड़कर मामले की सूचना पुलिस को दी। खबर मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने पीड़िता के बयान पर केस दर्ज कर दो लोगों को हिरासत में ले लिया।
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