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इस शहर में है 450 साल पुराना पेड़, जिसके भीतर रह सकते हैं 40 लोग, कभी लुटेरे छिपा करते थे, आज है टूरिस्ट प्लेस

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नेचर के बारे में हम जितना जानते जाते हैं, उतना ही आश्चर्य में पड़ जाते हैं। ऐसे में आज हम आपको एक ऐसे पेड़ के बारे में बताने जा रहे हैं, जो भारत में 450 साल से सीधा खड़ा है। बता दें, ये कोई आम पेड़ नहीं है, इस पेड़ की प्रजाति दुनिया में काफी कम पाई जाती है। हैरानी करने वाली बात ये है कि इस पेड़ में 40 के आसपास लोग इसके अंदर रह सकते हैं। अब आप सोच लीजिए, जिस स्थान पर इतने सारे लोग आ जाएं, वो पेड़ कितना बड़ा होगा।

रिपोर्ट के अनुसार, 15वीं शताब्दी के दौरान अरब व्यापारियों द्वारा इस पेड़ की प्रजाति को अफ्रीका के मेडागास्कर से भारत लाया गया था। अब भारत की जिस जगह पर ये पेड़ हैं, वो एक फेमस टूरिस्ट प्लेस बन चुका है। देश-दुनिया से लोग इस पेड़ को देखने आते हैं। आइए जानते हैं, यहां कैसे घूमा जा सकता है और क्या है ये पेड़। (All representaive pic credit- commons.wikimedia)
कहां है ये पेड़, जहां बना टूरिस्ट प्लेस image

ये पेड़ निजामों के शहर हैदराबाद में नया किला, गोलकोंडा किला के गोल्फ क्लब में है, जिसे हटियान झाड़ बाओबाब पेड़ (Hathiyan-ka-Jhaad) के नाम से जाना जाता है। आमतौर पर बाओबाब के पेड़ 5 से 30 मीटर की ऊंचाई तक पहुंच सकती है। बता दें, घुमावदार और नुकीला तना हाथी की तरह दिखाई देता है। बड़े होने के कारण इसके तने के अंदर खोखला गड्ढा होता है। इसलिए कहा जाता है, यहां कई लोग एक साथ अंदर जा सकते हैं।


इस पेड़ के अंदर छिप गए थे लुटेरे image

400 से अधिक साल पुराने इस पेड़ को लेकर कई कहानियां प्रचलित है। इन्हीं में से एक कहानी में कहा जाता है कुतुब शाही काल के दौरान, 40 लुटेरों का एक ग्रुप दिन के समय पेड़ के अंदर छुप जाता था और रात होने पर लूटपाट जैसे अपराध किया करते थे।

कुछ समय बाद लोगों को पता चला कि इस पेड़ के अंदर कुछ लोग रह रहे हैं, जिसके बाद ये बाद उस समय के शासकों को पता चली और उन्होंने सैनिकों की एक टुकड़ी भेजकर इन लुटेरों को पकड़ने का आदेश दिया था।


पेड़ की सेफ्टी के लिए किए गए सख्त इंतजाम image

आर्केलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) के अनुसार बाओबाब प्रजाति के पेड़ भारत में काफी कम है। ऐसे में ये हैदराबाद की एक फेमस जगह है।इसलिए किसी भी टूरिस्ट को पेड़ के करीब जाने नहीं दिया जाता। ASI अधिकारियों ने पेड़ की सेफ्टी को ध्यान में रखते हैं, इसके चारों ओर लोहे की मजबूत ग्रिल लगाई हुई है।

इसी के साथ इस पेड़ के पत्ते और तने को तोड़ सख्त मना है। वहीं ऐसा भी कहा जाता है, कि इस पेड़ की छाल का इस्तेमाल दवाइयां बनाने में किया जाए, तो काफी लाभ होगा।


क्या इस पेड़ को देखने के लिए लगती है टिकट image

हैदराबाद में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है हटियान झाड़ बाओबाब पेड़ है। हर दिन यहां हजारों लोग देखने आते हैं। बता दें, इस पेड़ को देखने के लिए किसी भी टूरिस्ट को टिकट के पैसे नहीं देने होते। ये प्लेस सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक खुला रहता है। बताया जाता है जनवरी, फरवरी, मार्च, अप्रैल का महीना यहां घूमने के लिए सबसे बेस्ट है।


​कैसे पहुंचे image

अगर आप दिल्ली से आ रहे हैं, तो फ्लाइट या रोड के जरिए हैदराबाद पहुंचना होगा। वहीं अगर आप हैदराबाद के निवासी हैं, तो हटियान झाड़ बाओबाब टूरिस्ट प्लेस तक पहुंचने के लिए आप मेट्रो का इस्तेमाल कर सकते हैं। नजदीक जुबली हिल्स चेक पोस्ट मेट्रो स्टेशन है।

यहां से दूरी 3 किमी है। वहीं अगर आप सड़क मार्ग से आ रहे हैं, नया किला, गोलकोंडा किला पहुंचने के लिए ऑटो या रिक्शा भी ले सकते हैं जो आपको आसानी से यहां पहुंचा देगा। जिसके बाद आप बिना टिकट लिए इस पेड़ को देखने आ सकते हैं।

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