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आज 30 सितंबर से PPF अकाउंट में होने वाले सबसे बड़े बदलाव, जानिए आपके निवेश और रिटर्न पर कितना होगा असर

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बिज़नेस न्यूज़ डेस्क -सरकार द्वारा चलाई जा रही छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों की हर महीने समीक्षा की जाती है। पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ), नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (एनएससी) और किसान विकास पत्र (केवीपी) समेत कई बचत योजनाएं हैं, जिनकी ब्याज दरों की समीक्षा की जाती है। सरकार इस महीने के अंत यानी 30 सितंबर को अक्टूबर-दिसंबर 2024 के लिए इन योजनाओं पर ब्याज दरों में संशोधन करेगी। विशेषज्ञों का कहना है कि घरेलू कारक मजबूत बने हुए हैं और सितंबर से महंगाई बढ़ने की उम्मीद है, इसलिए छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में बदलाव की संभावना कम है।

सरकार द्वारा छोटी बचत योजनाएं चलाई जाती हैं, जिनका उद्देश्य लोगों को बचत के लिए प्रोत्साहित करना है। इन योजनाओं की तीन श्रेणियां हैं- बचत जमा, सामाजिक सुरक्षा योजनाएं और मासिक आय योजनाएं। बचत जमा में 1-3 साल की सावधि जमा और 5 साल की आवर्ती जमा शामिल हैं। इनमें नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (एनएससी) और किसान विकास पत्र (केवीपी) जैसे बचत प्रमाणपत्र भी शामिल हैं। सामाजिक सुरक्षा योजनाओं में पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ), सुकन्या समृद्धि और वरिष्ठ नागरिक बचत योजना शामिल हैं।

मौजूदा ब्याज दरें क्या हैं?
जुलाई-सितंबर तिमाही के लिए छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया।
1 साल की सावधि जमा योजना 6.9 प्रतिशत ब्याज
2 साल की सावधि जमा योजना 7 प्रतिशत ब्याज


3 साल की सावधि जमा योजना 7.1 प्रतिशत ब्याज
5 साल की सावधि जमा योजना 7.5 प्रतिशत ब्याज

5 साल की आरडी योजना 6.7 प्रतिशत ब्याज
एमआईएस- यानी मासिक आय खाता योजना 7.4 प्रतिशत ब्याज
एनएससी- राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र योजना 7.7 प्रतिशत ब्याज
वरिष्ठ नागरिक बचत योजनाएं 8.2 प्रतिशत ब्याज
पीपीएफ- सार्वजनिक भविष्य निधि योजना 7.1 प्रतिशत ब्याज
केवीपी- किसान विकास पत्र 7.5 प्रतिशत ब्याज
सुकन्या समृद्धि योजना 8.2 प्रतिशत ब्याज

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