फरीदाबाद न्यूज़ डेस्क।। विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए 10 दिन से भी कम समय बचा है, उम्मीदवार नुक्कड़ सभाओं और घर-घर प्रचार के लिए निकल पड़े हैं। घर-घर जाकर प्रत्याशी बुजुर्गों को चाचा की उपाधि देकर वोट मांग रहे हैं, तो बूढ़ी मां को बेटे जैसा बनाने और विधायक बनाने का वादा कर वोट मांग रहे हैं. नुक्कड़ सभाओं में जहां पुरुष क्षेत्र का बेटा बनकर वोट मांग रहे हैं, वहीं महिला प्रत्याशी क्षेत्र की बेटी और बहू बनकर वोट मांग रही हैं। कोई स्थानीय भाई होने का दिखावा कर रहा है तो कोई अपना बेटा बनकर चंडीगढ़ विधानसभा पहुंचने की कोशिश कर रहा है।
जिले की छह विधानसभाओं में कांटे की टक्कर वाले तीन से चार प्रत्याशी जीत की आस में इस चुनावी मैदान में ताल ठोंक रहे हैं। खासकर सभी विधानसभाओं में कांग्रेस, बीजेपी, इनेलो-बसपा, जेजेपी और आप पार्टियों को छोड़कर कुछ निर्दलीय उम्मीदवार प्रतिदिन छह से आठ नुक्कड़ सभाएं कर रहे हैं. फ़रीदाबाद लोकसभा के अंतर्गत 9 विधानसभा सीटें आती हैं. चूंकि विधानसभाओं में निर्वाचन क्षेत्र लोकसभा चुनावों की तुलना में बहुत छोटे होते हैं, इसलिए उम्मीदवारों के लिए नुक्कड़ बैठकें और घर-घर जाकर प्रचार करना संभव होता है। ऐसे में सुबह से लेकर देर रात तक प्रत्याशी वोट मांगने निकल पड़े हैं.
चुनाव 4 दिन बढ़ा, प्रचार के लिए मिलेगा अधिक समय
पांच अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में जिले की छह विधानसभाओं में चार से पांच प्रमुख दलों के 15 से 20 उम्मीदवार मतदान करने हैं। इसके अलावा 5 से 8 दमदार निर्दलीय उम्मीदवारों ने टिकट नहीं मिलने के कारण निर्दलीय चुनाव लड़ा. पहले यह चुनाव 1 अक्टूबर को होना था लेकिन बाद में चुनाव आयोग ने इसका समय 4 दिन बढ़ा दिया. प्रमुख दलों की सीटों की घोषणा के बाद उम्मीदवारों को प्रचार के लिए 20 से 25 दिन का समय मिला है। ऐसे में उम्मीदवार और पार्टियां घर-घर जाकर और नुक्कड़ सभाएं कर प्रचार में जुटे हुए हैं.
हरयाणा न्यूज़ डेस्क।।
You may also like
हसन नसरल्लाह की मौत पर लखनऊ से कश्मीर तक प्रदर्शन, नेताओं ने क्या कहा?
आज का राशिफल : 01 अक्टूबर की शाम को बदल सकता है इन राशियों का भाग्य
क्या सच में 2173000 जानवरों की बलि के के खून से हुई थी नदी की उत्पत्ति ? लीक हुई सरकारी वीडियो में हुआ बड़ा खुलासा
आईएएस अनुराग जैन मध्य प्रदेश के नए मुख्य सचिव नियुक्त, केन्द्रीय प्रतिनियुक्त से लौटेंगे वापस