Ajab Gajab: बेंगलुरु के कई निवासी कल जब आसमान की ओर देख रहे थे वो हैरत में पड़ गए। इस दौरान उन्होंने आसमान को गुलाबी, हरे और पीले रंग में बदलते देखा। यह नजारा शुरुआत में लोगों को इंद्रधनुषी बादल या वायुमंडलीय घटना की तरह लगा था। कुछ ही देर में इससे जुड़ी फोटोज सोशल मीडिया पर वायरल होने लगीं और पूरे शहर में इसकी चर्चा होने लगी। रहस्यमयी रोशनी के बारे में अटकलें बढ़ने लगीं और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लोग तरह-तरह के दावे करने लगे। एक एक्स यूजर ने आसमान में इंद्रधनुषी रोशनी की एक तस्वीर शेयर की और लिखा, 'बेंगलुरु का आसमान वाकई जादुई है! इस घटना को आखिर क्या कहते हैं?'
Bengaluru skies being just magical!
— Vihar Vaghasiya (@vihar73) September 30, 2024
What is this phenomenon even called? pic.twitter.com/Uvhl4OgvmU
दावा किया जा रहा है कि, ये रहस्यमयी रोशनियां बेंगलुरु के ऊपर से गुजरने वाले एक धूमकेतु का परिणाम थीं। हालांकि टाइम्स नाउ नवभारत इस दावे की पुष्टि नहीं करता है। द हिंदू की एक रिपोर्ट के अनुसार , शहर के ऊपर देखा गया धूमकेतु C/2023 A3 (त्सुचिनशान-एटलस) है, जो एक गैर-आवधिक धूमकेतु है जो हाल ही में पृथ्वी के करीब आया था। बेंगलुरु स्थित खगोल भौतिकीविद् ने बताया कि गैर-आवधिक धूमकेतु का मतलब है कि 'वे वस्तुतः हमारे सौर मंडल के बाहरी लोग हैं।'
YESSSSSSS https://t.co/GyXdQ8Uezr pic.twitter.com/KTOwfIYRtS
— aadhya (@aadhyakryl) September 30, 2024
गौरतलब है कि, पिछले दो दिनों में बेंगलुरु के लोगों और फोटोग्राफरों ने धूमकेतु और उसके द्वारा उत्पन्न रहस्यमयी चमक की कई फोटो ली हैं। कुछ लोगों ने इसे आकाश में एक लकीर के रूप में देखा, जबकि अन्य ने इंद्रधनुषी बादलों को देखा। धूमकेतु C/2023 A3 की खोज चीन में पर्पल माउंटेन वेधशाला द्वारा 9 जनवरी, 2023 को की गई थी। डेक्कन क्रॉनिकल के अनुसार, हैदराबाद के निवासी भी 2 अक्टूबर तक धूमकेतु की झलक देख सकते हैं। खगोल फोटोग्राफर उपेंद्र पिनेली ने कहा, 'धूमकेतु 80,000 से अधिक वर्षों के बाद सौर मंडल का दौरा कर रहा है। यह पृथ्वी से लगभग 129.6 मिलियन किलोमीटर दूर है, और वर्तमान में सेक्स्टन्स तारामंडल में स्थित है।'