कानपुर, 07 अक्टूबर . उत्तर प्रदेश में भले ही मानसून लगभग वापसी के कगार पर है लेकिन अभी बारिश का दौर खत्म नहीं होने वाला है. मौसम विभाग का कहना है कि वैसे भी मानसून अबकी बार देर से वापसी कर रहा है, लेकिन तीन प्रकार की मौसमी गतिविधियां बारिश के लिए बन गईं हैं. इससे उत्तर प्रदेश में अभी बारिश होने की संभावना है और किसानों के लिए यह चिंता का विषय है.
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने सोमवार को बताया कि अबकी बार मानसून देरी से विदाई ले रहा है. कानपुर मण्डल से मानसून पूरी तरह से वापसी कर लिया है और पूर्वी उत्तर प्रदेश से भी मानसून वापसी की कगार पर है. इससे पहले संभावना जताई गई थी कि मानसून वापसी के बाद मौसम साफ हो जाएगा और किसानों को धान की कटाई व मड़ाई के लिए साफ मौसम हो जाएगा. इसके साथ ही रवी की फसल बोने के लिए मौसम अनुकूल हो जाएगा, लेकिन इन दिनों तीन प्रकार मौसमी गतिविधियां बन गईं हैं. इनमें एक निम्न दबाव दूसरा पश्चिमी विक्षोभ और तीसरा अरब सागर में एंटी साइक्लोन सक्रिय हो गया है. इन तीनों की सक्रियता से एक बार फिर उत्तर प्रदेश में मध्यम व भारी बारिश का दौर देखने को मिल रहा है और सोमवार को भी कानपुर सहित कई जनपदों में बारिश हुई. मौसम की इन गतिविधियों से साफ संकेत मिल रहे हैं कि अभी तीन से चार दिन उत्तर प्रदेश में बारिश का दौर जारी रहेगा. इसके साथ ही आसमान में बादलों की आवाजाही बनी रहेगी और तेज हवाओं के साथ मेघ गर्जन भी होती रहेगी. ऐसे में किसान भाइयों के लिए चिंता का विषय बन गया है, क्योंकि धान की फसल लगभग पक चुकी है और रवी की फसल भी किसानों को बोना है. ऐसे मौसम में न तो खरीफ फसल की कटाई हो सकती है और न ही रवी फसल की बुआई. इसके साथ ही खरीफ फसल के उत्पादन में भी असर पड़ना स्वाभाविक है.
उन्होंने बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 34.8 और न्यूनतम तापमान 21.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 93 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 59 प्रतिशत रही. हवाओं की दिशाएं शांत रहीं जिनकी औसत गति 2.3 किमी प्रति घंटा रही और बारिश 6.8 मिमी हुई. मौसम पूर्वानुमान के अनुसार आगामी पांच दिनों में हल्के बादल छाये रहेंगे. इस दौरान स्थानीय स्तर पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है.
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/ अजय सिंह