उदयपुर न्यूज़ डेस्क, उदयपुर गोगुंदा तहसील क्षेत्र की छाली ग्राम पंचायत में पैंथर के हमले में तीन की मौत के बाद छठे दिन दो पैंथर को पकड़ लिए गए। लेकिन इसी जंगल में मजावद ग्राम पंचायत के कुंडाऊ गांव के पास बुधवार शाम पैंथर ने एक और छह साल की बालिका को अपना शिकार बना लिया। ऐसे में अब यह सवाल खड़े हो रहे हैं कि क्या पकड़े गए पैंथर ही नरभक्षी हैं या वह अभी भी पकड़ से दूर है। बता दें कि बुधवार रात को फिर एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई। जिसमें छाली गांव से पांच किमी दूर कुंडाऊ में पैंथर ने नाले के पास बालिका पर हमला कर उसके शरीर को बुरी तरह नौंच खाया। मासूम के एक हाथ का पंजा शरीर से अलग पड़ा मिला। परिजन शव को उठाते इससे पहले ही पैंथर उसे उठाकर ले गया। सूचना पर मौके पर बडी संख्या में ग्रामीण एकत्रित हो गए। एक दिन पहले ही राहत की सांस लेने वाले प्रशासन में फिर हड़कम्प मच गया।
कुंडाऊ निवासी गमेरा गमेती की पुत्री सूरज शाम को घर से करीब 500 मीटर दूर नाले किनारे खेल रही थी। बहुत देर तक दिखाई नहीं देने पर परिजन उसे ढूंढने गए तो नाले से कुछ दूरी पर झाड़ियों में शव मिला। जिसे पैंथर ने बुरी तरह नोंच डाला था। एक हाथ का पंजा अलग हुआ था। इस दौरान मौके पर ग्रामीण एकत्रित हो रहे थे, तभी पैंथर शव को उठाकर ले गया। घटना की सूचना प्रशासन सक्रिय हो गया। क्षेत्र में पहले से तैनात वनकर्मी मौके पर पहुंच और ग्रामीणों के सहयोग से शव की तलाश शुरू की। लेकिन रात के अंधेरे में कुछ नजर नहीं आया।
बता दें कि गत 19 व 20 सितम्बर को छाली ग्राम पंचायत क्षेत्र में पैंथर ने पहले एक पंद्रह वर्षीय किशोरी कमला, उसके बाद 50 वर्षीय महिला हमेरी और फिर 50 वर्षीय ग्रामीण खुमाराम पर हमला कर मार डाला था। पैंथर के नरभक्षी होने की आशंका में प्रशासन ने उसे पकड़ने के लिए टीमें लगाई। जोधपुर, राजसमंद से भी टीमें बुलाई गई तथा सेना की भी मदद ली। जिसके बाद सोमवार देर रात को दो पैंथर वन विभाग की ओर से लगाए गए पिंजरों में कैद हो गए थे। इसी बीच बुधवार शाम फिर पैंथर में मासूम का शिकार कर दिया।
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