चूरू न्यूज़ डेस्क, चूरू कही पर टूटी फूटी सड़क, कचरे के ढ़ेर तो कही पर चैबरों से निकल मार्ग पर पसरते गंदे पानी की परेशानी से जूझ रहे वार्ड चार के वासी आज भी मूलभूत सुविधाओं के लिए जूझ रहे हैं। आपणी योजना से मीठे पानी की आपूर्ति नहीं होने से लवणीय पानी पीने को मजबूर वार्ड के वरिष्ठजन ही नहीं महिलाएं और युवा तक जोड़ों के दर्द की शिकायत करते हैं। लचर सफाई व्यवस्था की तो शिकायत आम हो चली है। स्वच्छता अभियान के चलते स्वच्छता पखवाड़ा आकर चला गया है लेकिन स्वच्छता के नाम पर केवल हुई खानापूर्ति से वार्ड के लोग आजीज आ चुके हैं।
कचरे से डटे हुए चैबर
ड्रेनेज हो या सीवेज चैबर सफाई व्यवस्था के लिए बनाए जाते हैँ लेकिन इस वार्ड में चैबर ही कचरे से अटे पड़े हैं तो फिर सफाई का तो कहना ही क्या। नालियां कचरे से अटी पड़ी हैं। हाइ मास्ट तो दूर की बात है बिजली के तारों से उलझे पोल पर स्ट्रीट लाइटे गायब हैं। वार्ड के हालात जानने के लिए कभी अधिकारी तक नहीं आए हैं।
क्षतिग्रस्त सड़कें
वार्ड की कई सड़के क्षतिग्रस्त हैं तो कई गलियों में आज तक काम आज तक नहीं हुए हैं। वाहनों को आने-जाने में परेशानी हो रही है। वार्ड की सड़कों में गड्ढे पड़े हैं। नगर परिषद सहित संबंधित अधिकारियों को एक बार नहीं कई बार अवगत करवाया गया है। इसके बावजूद समस्या का समाधान तो दूर किसी ने आकर देखना तक उचित नहीं समझा।
सीवरेज से नहीं कनेक्शन
वार्ड सीवेज से जुड़ा है लेकिन कनेक्शन तो आज तक नहीं हुए हैं। पीने का खरा पानी है, जिसे पीने से केवल वरिष्ठ ही नहीं बल्कि युवा भी जोड़ों के दर्द के शिकार हो रहे हैं। अस्पताल नहीं होने से राजकीय अस्पताल जाना पड़ता है। गलियों की सफाई नियमित नहीं बल्कि कभी कभार हो जाए तो गनीमत है। नालियां यहां की महिलाएं खुद साफ करती हैं।
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