बीकानेर न्यूज़ डेस्क, बीकानेर राजकीय डूंगर महाविद्यालय में इस सत्र से चार नए कोर्स शुरू किए जा रहे हैं। इनमें से दो में प्रवेश प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।वहीं अन्य दो में 25 सितंबर से प्रवेश प्रक्रिया शुरू होगी। पहली बार जुड़े इन कोर्स की तरफ हालांकि अभी तक रुझान थोड़ा कम है, लेकिन उमीद है कि आने वाले सालों में इन कोर्स में भी विद्यार्थियों का रुझान डूंगर कॉलेज की तरफ बढ़ेगा। इस साल कई विद्यार्थियों को प्रवेश की जानकारी का अभाव रहा। कॉलेज की ओर से भी कोई अधिक प्रचार-प्रसार नहीं किया गया। जिसके चलते बीबीए और बीसीए में कोई खास आवेदन नहीं आ सके। जबकि इसके लिए कॉलेज प्रशासन की ओर से चार बार तिथि भी बढ़ाई गई थी।
इसी सत्र से शुरू किए जा रहे हैं यह कोर्स
राजकीय डूंगर कॉलेज में इस सत्र से बीबीए, बीसीए, एमबीए और एमसीए कोर्स इस सत्र से शुरू किए जा रहे हैं। सबसे बड़ी चुनौती नियमित कक्षाओं का संचालन करना होगी। क्योंकि हर साल कॉलेज में छात्र संगठनों की ओर से यूजी और पीजी की नियमित कक्षाओं के संचालन का मुद्दा उठाया जाता रहा है। कॉलेज प्रशासन की ओर से नियमित कक्षाओं के संचालन के लिए प्रभारी भी नियुक्त कर दिए गए हैं। खुद प्राचार्य भी इसकी मॉनिटरिंग करेंगे। इसके अलावा पढ़ाई के लिए पेपर के हिसाब से विद्या सबल योजना के तहत फैकल्टी भी रखी जाएगी।
अलग से हाइटेक लैब भी होगी तैयार
डूंगर कॉलेज प्रशासन की ओर से पीटीईटी बिल्डिंग का उपयोग कर अलग से विंग तैयार की जाएगी। जिसमें बीबीए, बीसीए, एमबीए और एमसीए के विद्यार्थियों की नियमित कक्षाओं का संचालन हो सकेगा। अलग विंग होने से यूजी और पीजी की परीक्षा के समय नियमित कक्षाओं के संचालन में कोई परेशानी नहीं होगी। इसी में अलग से हाईटेक कंप्यूटर लैब भी तैयार होगी।
25 सितंबर से विद्यार्थी कर सकेंगे आवेदन
राजकीय डूंगर महाविद्यालय में एमबीए एवं एमसीए के पाठ्यक्रम शुरू किए गए हैं। महाविद्यालय में 25 सितंबर से 5 अक्टूबर तक विद्यार्थी उपर्युक्त पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आवदेन प्रस्तुत कर सकता है।
नियमित कक्षाओं का संचालन प्राथमिकता
कॉलेज में सबसे पहली प्राथमिकता यही है कि नियमित कक्षाओं का संचालन हो। बीबीए, बीसीए, एमबीए और एमसीए यह महत्वपूर्ण कोर्स हैं, इसलिए इनकी नियमित कक्षाओं के संचालन की मॉनिटरिंग की जाएगी। इसके लिए प्रभारी भी नियुक्त कर दिए गए हैं। विद्यार्थियों के लिए ड्रेस कोड लागू किया जाएगा।